आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सचिन पायलट पर ऐक्शन की अटकलों के बीच उन्हें नुकसान के रुझान दिखने लगे हैं। अब तक कांग्रेस के लोकप्रिय चेहरों में गिने जाते रहे पायलट को पार्टी के ‘40 सितारों’ में जगह नहीं दी गई है। दरअसल, बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची जारी की, जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो हैं, लेकिन पायलट को शामिल नहीं किया गया है, जबकि इससे पहले हुए गुजरात चुनाव में पायलट स्टार प्रचारक थे, तो हिमाचल में उन्हें पार्टी को जितवाने की जिम्मेदारी भी दी गई थी और इसे वह बखूबी निभा भी पाए। हाल ही में अपनी ही सरकार में अनशन करने वाले पायलट का नाम अब स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा, तो अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी 40 स्टार प्रचारकों की सूची में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वढेरा, डीके शिवकुमार, सिद्धारमैया, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला, बीके हरिप्रसाद से लेकर मोहम्मद अजरुद्दीन, इमरान प्रतापगढ़ी, कन्हैया कुमार तक शामिल हैं। अशोक गहलोत के अलावा भूपेश बघेल, सुखविंदर सिंह सुक्खू, शशि थरूर और राज बब्बर जैसे नेताओं के नाम भी लिस्ट में दिखते हैं। हालांकि, सचिन पायलट का इसमें कहीं नाम नहीं। मालूम हो कि सचिन पायलट को राजस्थान में अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत करने की सजा मिली है।
हाल ही में सचिन पायलट ने गहलोत सरकार के खिलाफ एक दिन का अनशन किया था। यह अनशन ऐसे समय में किया गया जब राजस्थान में विधानसभा चुनाव सिर पर है और जिससे जनता के बीज एक विपरीत मैसेज जा सकता है। बता दें कि पायलट के पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों की जांच अपनी सरकार के चार साल पूरे होने के बावजूद नहीं होने पर अनशन किया था।