आवाज़ ए हिमाचल
मुंबई। जिस अडानी मुद्दे पर संसद में लगातार गतिरोध बना रहा, अब उसी पर विपक्ष में फूट पड़ती नजर आ रही है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता वरिष्ठ नेता ने इस मामले में कांग्रेस से अलग सुर साधते हुए कहा कि इस मामले में जेपीसी जांच की जरूरत नहीं है। उन्होंने मामले में जेपीसी के बजाए सुप्रीम कोर्ट कमेटी से जांच के ज्यादा निष्पक्ष होने का भरोसा जताया है। शरद पवार का यह बयान ऐसे वक्त आया है जबकि अडानी मामले को लेकर संसद का पूरा सत्र ही हंगामे की भेंट चढ़ चुका है। कांग्रेस अडानी मामले में लगातार जेपीसी की मांग कर रही है।
एनसीपी मुखिया शरद पवार मजबूती से अडानी समूह के समर्थन में आए हैं। साथ ही उन्होंने अमरद्धकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के इर्द-गिर्द कथा की आलोचना की है। शरद पवार ने कहा कि इस तरह के बयान पहले भी अन्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए थे। कुछ दिनों तक संसद में हंगामा हुआ था, लेकिन इस बार इस मुद्दे को जरूरत से ज्यादा महत्त्व दिया गया।
उन्होंने आगे कहा कि जो मुद्दे रखे गए, उन्हें किसने रखा, हमने बयान देने वाले इन लोगों के बारे में कभी नहीं सुना था। आखिर उनका बैकग्राउंड क्या है? शरद पवार के मुताबिक इस तरह के मुद्दों से देश में हंगामा होता है और असर देश की इकॉनोमी पर पड़ता है।