आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन की कार्यवाही भी हंगामे के चलते नहीं हो पाई। इसके साथ ही राज्यसभा और लोकसभा अगले सत्र तक के लिए स्थगित कर दी गई हैं। संसद स्थगित होने के बाद कांग्रेस की अगवाई में विपक्षी दलों ने विजय चौक पर तिरंगा मार्च किया। अडानी मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग को लेकर अड़ी कांग्रेस और 12 अन्य विपक्षी दलों ने विरोध जताने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की तरफ से रखी गई शाम की चाय की पार्टी का बहिष्कार कर दिया। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि गुरुवार को फिर कांग्रेस सांसदों और बाकी विपक्षी नेताओं ने मिलकर सदन में हंगामा किया। उन्होंने फिर काले कपड़े पहनकर सदन का अपमान किया।
यह देश देख रहा है कि कांग्रेस क्या कर रही है। कांग्रेस न तो संविधान में यकीन करती है और न देश के कानून का सम्मान करती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि हम अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग चाहते हैं, लेकिन इसे सरकार बनाने से क्यों डर रही है। अडानी की संपत्ति केवल अढ़ाई साल में 12 लाख करोड़ कैसे हो गई। मोदी जी क्यों एक ही व्यक्ति को इतनी चीजें दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद में इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए हम जब भी नोटिस देना चाहते थे। हमें कभी भी बोलने नहीं दिया। ऐसा पहली बार हुआ है। मैंने 52 सालों में ऐसा कभी नहीं देखा।