आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। अपने पहले बजट सत्र में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने भी खुद को एक प्रभावी स्पीकर साबित किया है। सदन में जब जरूरत पड़ी तो उन्होंने विपक्ष को पूरा समय दिया और कार्यवाही चलाने के लिए सत्ता पक्ष की जिम्मेदारी भी तय की। इस दौरान उनका वकालत का अनुभव भी कई बार सदन में दिखा। सत्र की समाप्ति पर गुरुवार को कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान जिला प्रशासन तथा विधानसभा सचिवालय के अधिकारी व कर्मचारी इसके आयोजन के लिए पूरी तरह समर्पित थे। प्रदेश सरकार के बहुमूल्य सहयोग तथा इन सभी के प्रयासों से ही यह संभव हो पाया है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा अपनी गरिमा, मर्यादा तथा उच्च परंपराओं के लिए शुरू से ही पूरे भारतवर्ष में जानी जाती है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस सदन में सभी सदस्यों चाहे पक्ष से हो या विपक्ष से सभी ने इन मर्यादाओं तथा परंपराओं का सदैव सम्मान किया है, जिसके लिए उन्होंने सभी का हृदय से आभार प्रकट किया। सत्र के दौरान 17 मार्च, 2023 को मुख्यमंत्री द्वारा बजट अनुमान वित्तीय वर्ष 2023-2024 प्रस्तुत किया।
बजट अनुमानों पर सामान्य चर्चा चार दिन जिसमें कुल 52 सदस्यों ने भाग लिया एवं चर्चा 19 घंटे 51 मिनट तक चली। चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने 23 मार्च, 2023 को 1 घंटे 58 मिनट चर्चा का उत्तर दिया। इस सत्र के दौरान कुल 639 तारांकित तथा 257 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए। सत्र में नियम-62 के अंतर्गत 5 विषय, नियम-63 के अंतर्गत 1 विषय तथा नियम-67 के अन्तर्गत स्थगन प्रस्ताव जोकि सरकार द्वारा डी- नोटिफॉई किए गए संस्थानों के बारे में था पर भी विस्तृत चर्चा की गई। 16 दिवसीय सत्र की कार्यवाही को देखने के लिए करीब 1200 छात्र-छात्राएं पहुंचे।