पठानिया ने विधानसभा में उठाया लंज समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण का मुद्दा
आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो, शाहपुर। विधानसभा क्षेत्र शाहपुर के तहत आने वाले समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंज को घोषणा के करीब छह साल बाद अपने भवन निर्माण की आस जाग गई है। शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने मंगलवार को विधानसभा में लंज समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया। केवल पठानिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान पीएचसी का दर्जा बढ़ाकर सीएचसी का दर्जा दिया था, लेकिन भाजपा सरकार के कार्यकाल में इस अस्पताल के विकास को एक ईंट तक नहीं लग पाई, जिस कारण लोगों को पूरी तरह से इसकी सुविधा नहीं मिल पा रही है।
लंज अस्पताल भवन निर्माण को लेकर शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया द्वारा विधानसभा में उठाए गए प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंज के भवन निर्माण के लिए भूमि स्वास्थ्य विभाग के नाम हो गई है।
अहम यह है कि भवन निर्माण के साथ स्टाफ क्वार्टर का निर्माण भी होगा तथा इसके लिए 2020.72 लाख रुपए की राशि की प्रशासनिक स्वीकृति मिल है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त बजट मिलने के बाद इस भवन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। केवल पठानिया द्वारा शाहपुर अस्पताल के नए भवन निर्माण को लेकर उठाए गए प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद शाहपुर स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया है। इसके नए भवन निर्माण का कार्य 70 फीसदी पूरा हो चुका है तथा शेष का कार्य प्रगति पर है, इसके अतिरिक्त भवन निर्माण के लिए शेष बची राशि का प्रावधान होने के बाद अस्पताल भवन निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
यहां बता दे कि लंज अस्पताल के नए भवन निर्माण की मांग पिछले काफी समय के उठाई जा रही है। भवन न होने के कारण यहां के लोगों को सीएचसी की सुविधाएं पूरी तरह से नहीं मिल पा रही है। लोग सरकार से कई बार सीएचसी में पूरी सुविधाएं देने व इसके भवन निर्माण की मांग कर चुके हैं। केवल सिंह पठानिया ने कहा कि लंज समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण का कार्य जल्द शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य केंद्र में तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क बिजली, पानी की व्यवस्था को सदृढ़ बनाना उनका लक्ष्य है।