आवाज ए हिमाचल
नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने 2030 तक दो लाख करोड़ डॉलर के वस्तु एवं सेवा निर्यात के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ शुक्रवार को ‘विदेश व्यापार नीति-2023’ जारी की जिसकी कोई अंतिम तिथि नहीं रखी गई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यहां वाणिज्य भवन में निर्यातक समुदाय के प्रतिनिधियों के बीच यह नीति जारी करते हुए कहा कि हाल के वर्षों में भारत के उद्योग और निर्यात क्षेत्रों ने यह दिखा दिया है कि ‘हमने ठान लिया, तो हम किसी भी लक्ष्य को पूरा करने की क्षमता रखते हैं।’ पीयूष गोयल ने निर्यातकों को सरकार की उदार नीतियों का फायदा उठाते हुए, दृढ़ निश्चय के साथ वैश्विक चुनौतियों का सामना करने का पहले दिन से प्रयास शुरू करने का आह्वाहन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह कथन याद दिलाया, “ यही समय है सही समय है।”
विदेश व्यापार नीति 2023 पिछली 2015-20 नीति का स्थान लेगी। कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक चुनौतियों के कारण नई नीति तय करने में दो-तीन साल की देरी हुई। उन्होंने पिछले 19 महीने के दौरान वैश्विक संकटों के बावजूद भारत के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि का उदाहरण देते हुए उद्योग जगत से कहा, “आप आज से ही शुरू करें, मुझे पूरा विश्वास है कि 2030 तक हम एक लाख करोड़ डॉलर के माल और एक लाख करोड़ डॉलर के सेवा का निर्यात लक्ष्य हासिल कर लेंगे।”