आवाज ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के सौजन्य से नूरपुर के लदोड़ी पंचायत में महिलाओं को स्वयं रोजगार और आत्म निर्भर बनाने को लेकर उन्हें घरेलू प्रोडक्टों से तैयार होने वाले सामान की ट्रेनिंग दी जा रही है । सरकार के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का मुख्य उद्देश्य गांवों के गरीब परिवारों को रोजगार के अवसर प्रदान करना ,गरीब को आजीविका में सुधार लाना, प्रशिक्षण देना ग्रामीण महिलाओं के कौशल का विकास करना तथा घरेलू उत्पाद में वृद्धि तथा गांव रहकर लोग इस को सीखकर अपनी आय का साधन बना सके हैं।
गांव गांव महिलाएं अपने वहां स्वयं सहायता समूह बना कर राष्ट्रीय आजीविका मिशन के साथ जुड़कर ट्रेनिंग लेकर घरेलू चीजों से विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स बना कर अपने लिए स्वयं रोजगार अर्चित करके अपनी आय का साधन बना सकती है ।
पंचायत प्रधान पार्वती देवी ने कहा कि हमारी पंचायत में एनआरएलएम की तरफ से ट्रेनिंग दी जा रही है। यहां चील की पत्तियों से विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स बनाए जाते है। मेरी पंचायत की महिलाएं इन्हें बनाना सीख रही है। इनको ट्रेनिंग देनी वाली मैडम भी मेरी पंचायत की है और बहुत ही अच्छे ढंग से यह महिलाओं को सीखा रही है।
महिलाओं ने चील की पत्तियों से बहुत से प्रोडक्ट बनाए है जैसे होटकेस, ट्रे ,सामान रखने के बॉक्स जैसे विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स बनाए है।उन्होंने सरकार से अपील की कि भविष्य में जब भी इस तरह की ट्रेनिंग हमारी पंचायत की महिलाएं को दी जाए ताकि इससे महिलाएं अपने लिए स्वयं रोजगार और अपनी आजीविका का साधन बना सके ।
एनआरएलएम ट्रेनर हुक्मो देवी ने कहा कि नूरपुर ब्लाक की तरफ से यह ट्रेनिंग दी जा रही है। मैं इन्हें सीखाने आई हूं यहां चील की पत्तियों से सामान बनाना सिखाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि महिलाएं सीखकर घर में बैठकर भी इन्हें बना सकती है और अपनी आजीविका का साधन बना सकती है।