आवाज ए हिमाचल
वाशिंगटन। अडानी ग्रुप के बाद अब अमरीका की शार्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने टेक्नोलॉजी फर्म ब्लॉक इंक पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक जैक डॉर्सी की अगवाई वाले ब्लॉक इंक ने फर्जी तरीके से अपने यूजर्स की संख्या को बढ़ा दिया। वहीं, अपनी ग्राहक अधिग्रहण लागत को कम कर दिया। बता दें कि इस खबर के बाद ब्लॉक इंक के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है। अमरीकी बाजार में तहलका मच गया है, कंपनी के शेयर 20 फीसदी तक टूट गए हैं। सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर के को-फाउंडर रहे जैक डोर्सी ने ब्लॉक इंक की स्थापना 2009 में की थी। यह कंपनी टेक्नोलॉजी से जुड़ी हुई है।
शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक नोट में कहा कि हमारी दो साल की जांच ने निष्कर्ष निकाला है कि ब्लॉक ने व्यवस्थित रूप से डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है जो अनुचित है। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि यह कंपनी निवेशकों को गुमराह करती रही है और तथ्यों के साथ भी खिलवाड़ किया है।
आरोप है कि कंपनी के कैश ऐप के प्रोग्राम में कई कमियां हैं। बता दें कि ब्लॉक इंक 44 बिलियन डॉलर मार्केट कैप की कंपनी है। अडानी समूह पर खुलासे के ठीक दो महीने बाद हिंडनबर्ग के फाउंडर ने गुरुवार तडक़े सुबह ट्वीट कर नए खुलासे के बारे में बताया था। इस ट्वीट में कंपनी ने नए रिपोर्ट के आने की बात कही थी। इसमें लिखा था कि न्यू रिपोर्ट सून – अनएदर बिग वन।
बता दें कि हिंडनबर्ग की अमरीका की शॉर्ट सेलर रिसर्च फर्म है। इसके फाउंडर नाथन एंडरसन हैं। बता दें कि 24 जनवरी, 2023 को हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। रिपोर्ट में कहा गया था कि अडानी समूह ने शेल कंपनियों के जरिए शेयरों में हेरफेर की है। इस रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयर बुरी तरह धराशायी हो गए।