पूर्व विधायक नीरज भारती को दिया शिकायत पत्र, उपमंडलाधिकारी से तुरंत कार्रवाई की मांग
आवाज़ ए हिमाचल
जवाली/भाली। वर्तमान में पठानकोट मंडी फोरलेन सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है उसी कड़ी में उपमंडल ज्वाली के अतंर्गत आने वाली ग्राम पंचायत भाली में भी कार्य फोरलेन कार्य जोरों पर है, लेकिन पठानकोट-मंडी फोरलेन कार्य में जुटी पीसी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा ग्राम पंचायत भाली के आबादी वाले क्षेत्र में लगाए जा तारकोल मिक्सर प्लांट का विरोध होना शुरू हो गया है। इसको लेकर ग्राम पंचायत भाली के ग्रामीणों सहित पंचायत प्रितिनिधियों ने भी अपनी आवाज बुलंद कर दी है। शिकायतकर्ता अमन राणा ने इस मामले को लेकर एसडीएम जवाली को शिकायत भेजी है।
अमन राणा ने बताया कि सड़कें देश-प्रदेश व गाँवों की जीवन रेखाएँ होती हैं और विकास व सुरक्षा की दृष्टि से इस फोरलेन सड़क का निर्माण अति आवश्यक है, परंतु कंपनी द्वारा आबादी वाले क्षेत्र में जो तारकोल प्लांट का निर्माण किया जा रहा है वो बिल्कुल गलत है। कंपनी द्वारा जहां इसका निर्माण किया जा रहा है उसके नजदीक स्थानीय वासियों के घर, ढाबे व स्कूल इत्यादि हैं और किसी भी सूरत में इस प्लांट को यहां नहीं चलने दिया जाएगा। तारकोल प्लांट लगने से साथ लगते गांववासियों, स्कूली बच्चों, पशुओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर होगा। तारकोल प्लांट से निकलने वाले जहरीले धुएं से सांस जैसी बीमारी हो सकती है। अमन राणा सहित पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि कंपनी को आबादी वाली जमीन पर कोलतार प्लांट लगाने की परमिशन किसने दी है।
अमन ने बताया कि उन्होंने इस विषय को लेकर पूर्व विधायक नीरज भारती को लिखित पत्र के माध्यम से अवगत करवाया है, जिस पर कार्यवाही करते हुए नीरज भारती ने उपमंडल अधिकारी ज्वाली को मामले में हस्तक्षेप कर लोगों की इस समस्या को तुरंत हल करने का आग्रह किया है।
शिकायतकर्ता अमन राणा ने बताया कि उसने अपने शिकायत पत्र के साथ, ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल का शिकायत पत्र व पंचायत द्वारा ग्राम सभा में पारित प्रस्ताव की प्रतिलिपि सलग्न की है, जिसमें सभी ने कहा है कि हम विकास के विरोधी नहीं हैं पर आबादी बाले में तारकोल प्लांट नहीं लगना चाहिए। इसके साथ सबने कंपनी पर बिना अनुमति के कार्य करने के लिए कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
प्लांट आधुनिक तरीके का है, कोई परेशानी नहीं होगी: साइट इंचार्ज अश्वनी
इस मामले को लेकर साइट इंचार्ज अश्वनी कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्लांट आधुनिक तरीके का है, जिसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होगी तथा इस बारे में सभी जगह से एनओसी लेकर ही लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्लांट को लगाने से कोई भी धुआं नहीं निकलेगा तथा न ही किसी के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा।
तारकोल प्लांट के लिए किसी प्रकार की कोई एनओसी नहीं ली: हरवंश
इस बारे में पंचायत सचिव हरवंश से बात हुई तो उन्होंने बताया कि पंचायत से तारकोल प्लांट के लिए किसी प्रकार की कोई एनओसी नहीं ली गई है। लोगों की शिकायत पर पंचायत में प्लांट के स्थान्तरित करने को लेकर प्रस्ताव पारित किया है।
पूरी जांच करने के बाद तारकोल प्लांट करवाया जाएगा स्थानांतरित: उपमंडल अधिकारी
वहीं, उपमंडल अधिकारी ज्वाली महेंद्र प्रताप ठाकुर ने बताया कि मामला अभी उनके ध्यान में आया है पूरी जांच करने के बाद इस तारकोल प्लांट को कंपनी से अन्य किसी जगह स्थानांतरित करवा दिया जाएगा।