आवाज ए हिमाचल
30 दिसम्बर। श्री लाल बहादर शास्त्री राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल नेरचौक के साथ लगते भंगरोटू के मैदान में प्री-फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से 148 बेड का कोविड अस्पताल बनाने के लिए मंगलवार को नोएडा से एक टीम नेरचौक पहुंच गई है। पैवेलियंस एंड इंटीरियर्ज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नोएडा नामक कंपनी भंगरोटू के मैदान में प्री-फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से कोविड अस्पताल का निर्माण करेगी। कंपनी 30 से 45 दिनों में यहां प्री- फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से अस्पताल का निर्माण करेगी। भंगरोटू के मैदान मे प्री- फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से अस्पताल बन जाने के बाद नेरचौक मेडिकल, जिसे कोरोना काल में डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाया गया है, में पिछले नौ महीनों से बंद पड़ी ओपीडी भी शुरू हो जाएगी। ओपीडी के लिए यहां लोग काफी समय से मांग भी कर रहे हैं। बहरहाल नोएडा से पहुंची टीम ने भंगरोटू के मैदान में मंगलवार को नाप-नपाई का कार्य किया और अस्पताल के स्ट्रक्चर के लिए नेरचौक मेडिकल प्रशासन के साथ चर्चा भी की। गौरतलब है कि नेरचौक के श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में अक्तूबर, 2018 मे अस्पताल का शुभारंभ हुआ था और अस्पताल के शुरू होने के एक साल के भीतर इस अस्पताल में करीब तीन लाख लोग अपना इलाज कराने के लिए पंहुचे थे।
जब से कोरोना शुरू हुआ है, तब से इसे डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाया गया है और अब इस अस्पताल में मंडी और साथ लगते छह जिलों के कोविड रोगियों का इलाज होता है। अब तक इस अस्पताल में 1200 के करीब कोविड के रोगियों को इलाज के लिए लाया जा चुका है। इनमें से 900 के करीब लोग ठीक होकर वापस अपने घरों को जा चुके हैं। यहां 230 के करीब कोविड रोगियों की मौत भी हुई है। काफी समय से अस्पताल मे ओपीडी शुरू करने की मांग की जा रही है। अब नेरचौक मेडिकल कालेज के साथ लगते भंगरोटू के मैदान में प्री-फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है, ताकि नेरचौक मेडिकल कालेज में चल रहे कोविड अस्पताल को यहां शिफ्ट करके मेडिकल कालेज में ओपीडी को शुरू किया जा सके। इससे पहले प्री फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से कोविड अस्पताल बनाने के लिए पांच दिसंबर को यहां सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीच्यूट रुड़की की एक टीम भी आई थी, जिसने यहां सर्वे किया था और अब सीबीआरआई रुड़की इस कार्य को दिल्ली की पैवेलियंस एंड इंटीरियर्ज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से करा रही है। उधर, कंपनी के एजीएम दीपक शाह ने बताया कि वर्क आर्डर मिलते ही 30 से 45 दिन के भीतर निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।