आवाज़ ए हिमाचल
रोम। इटली सरकार ने देश की मुख्य भूमि और भूमध्यसागर में स्थित सिसली द्वीप के बीच दुनिया के सबसे लंबे पुल के निर्माण की मंजूरी दे दी है । विनिर्माण एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक यह पुल इटली की इंजीनियरिंग गुणवत्ता का नायाब नमूना होगा। बयान में कहा गया है कि पुल के निर्माण के लिए वित्त मंत्रालय और विनिर्माण मंत्रालय की ओर से प्रारंभिक रूप से बजट आवंटित किया जाएगा। पुल बन जाने के बाद टोल शुल्क के जरिए यह पैसा कई वर्षों में वसूला जाएगा।
इटली के उप प्रधानमंत्री मैट्टिओ सालविनी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से पर्यावरण मित्र होगा और इससे परिवहन के दौरान गाडियों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आयेगी। इसकी मदद से पर्यटन को तो बढ़ावा मिलेगा ही साथ ही इलाके की ओर उद्योग भी आकर्षित होंगे। यूं तो केलेब्रिया के पश्चिमी छोर से सिसली द्वीप को सबसे पूर्वोत्तर छोर साफ नजर आता है लेकिन दोनों भू क्षेत्रों के बीच गहरी जलराशि और तेज जलधाराएं इस पुल को बनाने के लिए इंजीनियरों के सामने एक कठिन चुनौती के रूप में मौजूद हैं।
पुल को लेकर एक तकनीकी अनुमान के अनुसार यह पुल 3666 मीटर लंबा होगा, जिसका एक ही स्पैन 3300 मीटर का होगा। हालांकि इटली मेसिना पुल परियोजना का बजट और पूरा करने की समय सीमा अभी तक बतायी नहीं गयी है लेकिन पूर्वानुमान के तहत इस परियोजना को 8़ 5 अरब यूरो की लागत से कम से कम छह साल में पूरा किया जा सकेगा। बयान में कहा गया कि यह परियोजना 2011 में बने पुरानी योजना पर आधारित है जिसमें नयी तकनीक, सुरक्षा और पर्यावरणीय मानकों का पूरा ध्यान रखा गया है। पुल के निर्माण को लेकर विस्तृत जानकारी आगामी सप्ताहों में सामने आने के अनुमान हैं।