20 साल बाद भी शुरू नहीं हो पाई बस सेवा, विधायक ने 31 जनवरी तक बस शुरू करने का किया था वायदा
आवाज़ ए हिमाचल
बबलू सूर्यवंशी, शाहपुर। विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की ग्राम पंचायत क्यारी के गांव महाड़ को वर्ष 2002 में जब सड़क निकली थी तो लोगों को ये उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें बस पकड़ने के लिए 8 किलोमीटर दूर पैदल नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन आज भी लोगों को बस पकड़ने के लिए छतड़ी तक 8 किलोमीटर पैदल आना पड़ता है। सड़क बनने के 20 साल बाद भी लोगों को या तो निजी वाहन में शाहपुर आना पड़ता है या पैदल छतड़ी तक आना पड़ता है। वीरवार को गांव महाड़ की महिलाओं ने सड़क की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और सरकार व प्रशासन से बस सेवा शुरू करने की मांग की।
इस मौके पर गांव की महिला वीनू पटियाल, ज्ञातो देवी, नीलमा देवी, पिंकी देवी, संतोष जरियाल, मधु पटियाल, वीना जरियाल, दखलो देवी और निशा देवी आदि ने बताया कि उनके गांव को वर्ष 2002 में सड़क बनी है। छतड़ी-हरनेरा मार्ग क्यारी और हरनेरा पंचायत के आधा दर्जन गांवों को जोड़ता है। बस की सुविधा न होने के कारण उन्हें 8 किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है। वह 15 साल से बस की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक बस सेवा शुरू नहीं हो पाई है। लोगों का कहना है कि विधायक केवल सिंह पठानिया ने चुनाव से पहले 31 जनवरी तक बस सेवा शुरू करने का वायदा किया था। उन्होंने भी अभी तक कोई पहल नहीं की है। दोनों पंचायत के सैंकड़ों लोगों को बाजार जाना होता है। शाहपुर जाने के लिए हरनेरा में बस पकड़नी पड़ती है या फिर छतड़ी तक पैदल जाना पड़ता है। सबसे अधिक मुश्किल कॉलेज, आईटीआई और स्कूल जाने वाले बच्चों को होती है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग रखी है कि जल्द उनके गांव को बस सेवा से जोड़ा जाए।
सरकार जल्द करे बस सेवा बहाल: विनोद कुमार
इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत क्यारी के प्रधान विनोद कुमार ने बताया कि हमारी 2500 जनसंख्या वाली पंचायत के गांव को बस सेवा से नहीं जोड़ा है। पिछले साल इस सड़क का बस ट्रायल भी हुआ था। इस समय गांव के लोगों को बस सेवा की बहुत जरूरत है। लोगों की मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार को जल्द बस सेवा बहाल करनी चाहिए।
गांव के लोगों को बस की बहुत जरूरत: राज कुमार
युवा क्लब महाड़ के प्रधान राज कुमार ने बताया कि इस समय उनके गांव के लोगों को बस की बहुत जरूरत है। शाहपुर जाने के लिए 8 किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है। सबसे अधिक समस्या बुजुर्गों और पढ़ने वाले बच्चों को होती है। लोगों को मजबूरी में पैसे खर्च कर निजी वाहन में शाहपुर जाना पड़ता है। सरकार जल्द बस सेवा शुरू करे।