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स्वर्ण राणा, नूरपुर। नूरपुर शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े.कचरे को ठिकाने लगाने के लिए कचरा प्रबंधन सयंत्र लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है जिसके बनने पर खुले में कचरा डंप करने की समस्या से छुटकारा मिलेगा। नगर परिषद नूरपुर द्वारा उक्त कचरा प्रबंधन संयंत्र लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके पूरा होने पर इसका निर्माण कार्य शुरू होगा। इस कचरा प्रबंधन संयंत्र में शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कचरे को अलग-अलग कर उसे बेहतर तरीके से ठिकाने लगाया जाएगा। नगर परिषद नूरपुर की कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा ने बताया कि शहर से निकलने वाले कूड़े कचरे को ठिकाने लगाने के लिए चिनवां में लगभग 75 लाख कज लागत से कचरा प्रबंधन सयंत्र कगया जाएगा जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कचरा प्रबंधन सयंत्र बनने वाले स्थान पर चारदीवारी बनेगी और लेवर के लिए दो वन रूम सेट बनेंगे। इसमें कचरा प्रबंधन के लिए दस कंपोस्ट पिट्स बनेंगे और पूरे एरिया को शेड बनाकर कवर किया जाएगा। इसमें आने वाले कचरे से लोहा, कांच, प्लास्टिक व गत्ता आदि अलग-अलग किया जाएगा और इसमें जो प्लास्टिक रिसाइकल नहीं हो सकती, उसे भी अलग कर सीमेंट की भट्टी में जलाने के लिए भेज जाएगा। यहां से 800 से 1000 डिग्री सेल्सियस पर जलाया जाएगा, जिससे कोई ग्रीन गैसीस नहीं बनेंगी।
नगर परिषद ने बस स्टैंड में लगवाया एक कैमरा
शहर में बने बस स्टैंड पर लोग कूड़ा कचरा न फेंके, इसके किए नगर परिषद ने एक सीसीटीवी कैमरा लगवाया है, ताकि लोग यहां कचरा न फेंके। अगर अब भी कोई व्यक्ति बस स्टैंड पर कूड़ा कचरा फेंकता पाया गया, तो उस पर नगर परिषद द्वारा सॉलिड मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
दिन में दो बार गाडिय़ां उठाती हैं कचरा
शहर के नौ वार्ड है और लगभग दस हजार से ज्यादा की आबादी है। शहर में लगभग 21 सौ से ज्यादा घर 800 से ज्यादा दुकानें है और कई विभागों के कार्यालय है। यहां प्रतिदिन बाहर से लोग अपने कार्यों के लिए आते है। शहर से प्रतिदिन लगभग 3.4 टन कचरा निकलता है और नगर परिषद की कूड़ा-कचरा एकत्रित करने वाकई गाडिय़ा दिन में दो बार कचरा उठती है। कचरे में से बायो डिग्रेडेबल गारवेज अलग कर कम्पोस्ट पिट्स में डाला जाएगा, जिससे खाद बनेगी। इसमें मशीनरी भी लगाई जाएगी, जिसमें इससे खाद भी बनाई जाएगी।