आवाज ए हिमाचल
29 दिसम्बर। हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के बनाए कोविड-19 सैंपल कलेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर को डिजिटल इंडिया पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह पुरस्कार इनोवेशन इन पैनडैमिक श्रेणी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नई दिल्ली से 30 दिसंबर को होने वाले वर्चुअल समारोह में देंगे।भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के लिए यह सॉफ्टवेयर एनआईसी की महानिदेशक डॉ. नीता वर्मा के निर्देश पर एनआईसी हिमाचल प्रदेश के राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी अजय सिंह चहल के नेतृत्व में 20 सदस्यीय टीम ने अप्रैल में 20-20 घंटे काम कर कुछ दिन में तैयार कर दिया था। सॉफ्टवेयर 35 राज्यों में एक लाख से अधिक सैंपल कलेक्टरों की ओर से प्रयोग किया जा रहा है।
अब तक आठ करोड़ से अधिक सैंपल का डाटा इसमें दर्ज किया जा चुका है। चहल ने बताया कि किसी व्यक्ति का कोविड-19 से संबंधित रैपिड एंटीजेन, रैपिड एंटीबॉडी या आरटीपीसीआर टेस्ट होता है तो उसका ब्योरा सॉफ्टवेयर में दर्ज कर एसआरएफ-आईडी जारी की जाती है।टेस्ट के बाद इसी आईडी के जरिये व्यक्ति की रिपोर्ट से संबंधित जानकारी सॉफ्टवेयर में मिल जाती है। इस सिस्टम में एक वेब एप्लीकेशन के अलावा दो मोबाइल एप्लिकेशन शामिल हैं। इसी सॉफ्टवेयर के जरिये सभी जिलों के डीसी व स्वास्थ्य अधिकारियों को कोविड संक्रमित मरीजों की सारी जानकारी कोविड19सीसी डॉन एनआईसी डॉट इन पोर्टल पर मिल जाती है।