आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम, बीबीएन। उपमंडल के सैणीमाजरा स्थित प्राचीन श्री राधा कृष्ण मंदिर सन्यास आश्रम में श्रीमद भागवत पुराण महायज्ञ कथा के छठे दिन आचार्य अनिल अत्री ने अपनी वाणी से भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का वर्णन करते हुए भगवान श्री कृष्ण जी के द्वारा अनेक प्रकार के असुरों का उद्धार और कालिया नाग की कथा गुरु गर्ग आचार्य जी द्वारा, प्रभु श्री कृष्ण और बलराम जी का नामकरण संस्कार और प्रभु के द्वारा गोवर्धन पर्वत की लीला की कथा का वर्णन किया।आचार्य ने कहा कि जब जब धरती पर पाप बड़ जाता है तो कृष्ण भगवान जी को धरती पर अवतार लेना पड़ता है।
उन्होंने श्रद्धालुओं को कृष्ण का गोपियों के प्रति प्रेम की व्याख्या करते हुए कहा कि हमें भी गोपी प्रेम अपने भीतर जगाने की आवश्यकता है, जिस प्रकार भगवान कृष्ण गोपियों के सहाय बने उसी तरह हमारे भीतर प्रेम को देखकर भगवान कृष्ण हमारे भी सहाय बनेंगे और इस भवसागर से हमें पार लगाएंगे।