बिलासपुर: रामकथा महायज्ञ से पावन हुई बरमाना की धरती

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आवाज़ ए हिमाचल 

अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। 100 वर्षों से भी अधिक प्राचीन शिव मंदिर बरमाना में 11 फ़रवरी से 19 फ़रवरी तक स्वामी विजय गिरी जी महाराज के मार्गदर्शन और सभी शिव भक्तों ओर सनातन प्रेमियों के सहयोग से हर वर्ष ऐसे भव्य आयोजन जनकल्याण के लिए आयोजित होते हैं। स्वामी जी ने यहां वर्ष 2012 में जनकल्याण के उदेश्य को लेकर एक ट्रस्ट की स्थापना की, जो श्री मुकाम्बिका मेंटली रिटार्टेड चिल्ड्रन वेलफेयर ट्रस्ट प्राचीन शिव मंदिर बरमाना के नाम से 2012 से निरंतर समाज को एक दिशा देने में कार्य कर रहा है। जैसा इसका नाम ही अपने आप में एक प्रेरणा ओर आशीर्वाद है। मुकाम्बिका माने माँ महा-लक्ष्मी, माँ महा-सरस्वती, माँ महाकाली.. तीनों देवियों का स्वरूप माँ मुकाम्बिका है।

इस ट्रस्ट का मुख्य उदेश्य विशेष बच्चों के जीवन को भी एक सम्मान जनक जीवन बनाने का है, जिसके लिए ट्रस्ट स्वामी जी ओर ट्रस्ट की पूरी टीम के साथ मिलकर निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में अब यही एक श्री मुकाम्बिका विशेष शिक्षा केंद्र ( डे -केयर ) भी पिछले 6 महीनो से शुरू कर दिया गया है, जिसमें अभी स्थानीय 5 विशेष बच्चे शिक्षा ले रहे हैं। इनके लिए निशुल्क शिक्षा और भोजन आदि की व्यवस्था ट्रस्ट की ओर से की जाती है।

 

ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट के सचिव विशाल ठाकुर जी ने जानकारी देते हुए बताया कि हम हिन्दू नववर्ष से ट्रस्ट की सदस्य्ता अभियान भी जारी करने जा रहे हैं, जिसमें कोई भी इसकी सदस्य्ता ले सकता है, जिसका शुल्क मात्र 200 रुपए प्रतिवर्ष रहेगा। आप सभी आजीवन इसका सदस्य बनने रहने और हर महीने भी इन बच्चों के लिए थोड़ा-थोड़ा सहयोग अपनी योग्यता अनुसार कर सकते हैं। ट्रस्ट से जुड़ने के लिए आप सोशल मीडिया पर प्राचीन शिव मंदिर, श्री मुकाम्बिका मेंटली रिटार्टेड चिल्ड्रन वेलफेयर ट्रस्ट ओर कुट्टूम app पर भी हमसे जुड़ सकते हैं और आप तक हर जानकारी साँझा की जाएगी। ट्रस्ट 80-G मान्यता प्राप्त है, जिसमें दान करने पर आपको आयकर में भी छूट है।

बुधवार को रामकथा महायज्ञ में बरमाना पंचायत के सभी विद्यालयों GSSS बरमाना, प्राइमरी स्कूल रामबाग, ऑक्सफ़ोर्ड पब्लिक स्कूल बरमाना, DAV sen. Sec. Public स्कूल बरमाना और DAV R. W school barmana के सभी बच्चों  के लिए और ग्रामीण जनता के लिए महाप्रसाद का आयोजन किया गया। स्कूल के बच्चों को दिन में प्रीतिभोज करवाया  गया, जिसकी कुल संख्या लगभग 3000 रही और शाम को प्रतिदिन की तरह कथा के उपरांत भंडारे का आयोजन रहा। स्वामी जी ने सभी सनातन प्रेमियों से सादर निवेदन किया है की आप सभी इस रामकथा मे आए ओर प्रभु श्री राम के जीवन मूल्यों के भागीदार बने ओर सभी 19 फ़रवरी को आयोजित होने वाले महाभंडारे में भी सादर आमंत्रित हैं। आप सभी का सहयोग तन, मन और धन से अपेक्षित रहेगा, ताकि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम ओर बड़े स्तर पर होते रहे।

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