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बिलासपुर। देश के जाने माने चिकित्सक प्रो. डॉ रणदीप गुलेरिया को एम्स बिलासपुर में गवर्निंग बाडी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। हिमाचल प्रदेश के रहने वाले डा. गुलेरिया पद्मश्री सहित कई बड़ी उपाधियों से सम्मानित किए जा चुके हैं। वह एम्स दिल्ली में कई दशक तक सेवाएं दे चुके हैं और वहां के निदेशक भी रहे हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य की लंबे समय तक देखरेख की और उनके पर्सनल फिजिशियन भी रहे हैं। अब एम्स बिलासपुर उनके मार्गदर्शन से आगे का सफर शुरू करेगा। डॉ. गुलेरिया पल्मोनरी मेडिसिन व स्लीप डिसऑर्डर विशेषज्ञ हैं।
डॉ गुलेरिया देश के पहले डाक्टर हैं, जिन्होंने पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन में डीएम की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई चंडीगढ़ के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च से की है। एम्स में देश का पहला पल्मोनरी मेडिसिन एंड स्लीप डिसआर्डर सेंटर की शुरुआत करने का श्रेय इन्हीं को जाता है। डा. गुलेरिया को उनकी रिसर्च, पब्लिकेशन व स्वास्थ्य में बेहतर योगदान के लिए 2015 में भारत सरकार की ओर से पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है।
एम्स बिलासपुर के कार्यकारी अधिकारी डा. वीर सिंह नेगी ने कहा कि डॉ रणदीप गुलेरिया को एम्स बिलासपुर में गवर्निंग बाडी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अब एम्स बिलासपुर उनके मार्गदर्शन से आगे बढ़ेगा और उनके सुझाव व निर्देशों के मुताबिक बेहतर स्वास्थ्य संस्थान बनकर उभरेगा। डॉ रणदीप कांगड़ा जिला के मूल निवासी हैं। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला से एमबीबीएस की पढ़ाई की और बाद में जनरल मेडिसिन में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) और पल्मोनरी मेडिसिन में डाक्टरेट ऑफ मेडिसिन (डीएम) की पढ़ाई की। पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) चंडीगढ़ से की। मेदांता में शामिल होने से पहले डा. गुलेरिया एम्स नई दिल्ली के निदेशक थे। डॉ गुलेरिया के पिता जगदेव सिंह गुलेरिया एम्स के डीन रह चुके हैं।