आवाज़ ए हिमाचल
जीडी शर्मा, राजगढ़। समूचे गिरीपार क्षेत्र, जिसमें रासू मांदर, पझौता, परगेल, हाब्बन, डिमण, राजगढ़, बधोरली, शाठी, हरिपूरधार, नौहराधार आदि का क्षेत्र शामिल है, के ऊंचाई व मध्यम ऊंचाई वाले स्थानों में गत देर रात से रुक-रुक कर हिमपात व निचले क्षेत्र के रुक-रुक कर बारिश का क्रम जारी है।
सूत्रों के अनुसार क्षेत्र की सबसे ऊँची पर्वत श्रृखला चूड़धार में इस मौसम का यह छटा हिमपात है और यहां लगभग दो फुट ताजा हिमपात हो चुका है। इसी तरह हरिपूरधार, नौहराधार, बनालीधार, बथाऊधार, ठंडीधार, मानवा, ठारू, कालाबाग, गेहनौग आदि क्षेत्र में भी आधा फूट तक हिमपात जमा हो चुका है और निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर वर्षा का क्रम जारी है। यह वर्षा यहां किसानों और बागवानों के लिए संजीवनी से कम नहीं है। यहां पिछले काफी समय से कृषि व बागवानी के लिए पर्याप्त वर्षा व हिमपात नहीं हो रहा था। इस वर्षा व हिमपात से यहां के किसानों व बागवानों के चेहरों पर रौनक देखने को मिल रही है।
किसानों व बागवानों का कहना है कि अभी भी जमकर मेघ नहीं बरस रहे हैं। यहां लगभग ¾ दिनों तक वर्षा होनी चाहिए तभी प्यासी धरती को पर्याप्त नमी मिल पाएगी। यहां इन दिनों सेब, नाशपाती, आड़ू, पलम, खुमानी के बगीचों में तोलिए करने, मंलचिग करने व खाद आदि डालने का कार्य होता है जो वर्षा न होने के कारण रुका पड़ा था। इसी प्रकार यहां इन दिनों लहसुन, मटर, आलू, गेहूं, जौ आदि की फसलें लगी हैं और वर्षा न होने के कारण यह फसलें भी सूखने की कगार पर थी मगर इस वर्षा से इन सभी फसलों को भी संजीवनी मिली है। इस वर्षा व हिमपात से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। पूरा क्षेत्र शीत लहर की चपेट में है और राजगढ़ क्षेत्र में अभी तक बिजली व यातायात व्यवस्था सूचारू रूप से चल रही है।