आवाज़ ए हिमाचल
हमीरपुर। पिछले दिनों हमने सोशल मीडिया के माध्यम से सडक़ों का फीडबैक लिया था, जिसमें सामने आया कि प्रदेश में सडक़ों की हालत बहुत खराब है। उनके सुधार के लिए संबंधित विधानसभा क्षेत्र के विधायक और विभाग के अधिकारियों से बात करके प्राथमिकता वाली सडक़ों का काम शुरू करवाया जाएगा। पूर्व सरकार के कार्यकाल में सडक़ों के निर्माण और काम को लेकर भ्रष्टाचार के जो आरोप जनता द्वारा जिला प्रशासन के समक्ष लगाए जाते रहे हैं, उनका रिव्यू होगा और जांच करवाई जाएगी। यह कहना था पीडब्ल्यूडी एवं स्पोट्र्स मिनिस्टर विक्रमादित्य सिंह का। गुरुवार को हमीरपुर में उन्होंने कहा कि ग्रामीण सडक़ों की खस्ताहालत जो सामने आई है, उनके रखरखाव के लिए जो बजट आता है, उसके लिए अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि जनजातीय और दूरदराज क्षेत्रों पर उनका खास फोकस रहेगा, क्योंकि यहां लोगों का जीवन काफी संघर्षभरा होता है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह जब भी मुख्यमंत्री रहे, उन्होंने लोक निर्माण विभाग को अपने पास ही रखा, क्योंकि वह जानते थे कि सडक़ें पहाड़ी प्रदेश के लोगों के लिए कितनी जरूरी होती हैं। हमीरपुर से ज्वालामुखी तक लगे बेहिसाब और बेतरतीव स्पीड ब्रेकर को लेकर मंत्री ने कहा कि यदि वे नियमों के विपरीत लगे हैं, तो विभाग से बात करके उन्हें हटाया जाएगा। प्रदेश में प्रस्तावित 69 नेशनल हाई-वे को लेकर मंत्री ने कहा कि इस बारे में केंद्र से बात की जाएगी। शिमला में 23 जनवरी को एक मीटिंग भी रखी गई है। उन्होंने कहा कि सडक़ों के अलावा जो भवन निर्माण इत्यादि के काम विभाग द्वारा किए जाते हैं, उनका स्वयं जाकर निरीक्षण करेंगे। वहीं युवा खेल मंत्री ने कहा कि ग्रामीण खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए रूरल ओलंपियाड़ करवाने के प्रयास किए जाएंगे। स्पोट्र्स बिल को लेकर पूछे गए सवाल पर मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री से चर्चा करके खेल विधयेक को दोबारा पेश किया जाएगा।