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जम्मू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के सफाए के लिए सुरक्षा एजेंसियां 360 डिग्री का जाल बिछाएंगी। राजोरी के ढांगरी गांव में हुए आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गई है। इसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस जांच एजेंसी के साथ काम करेगी। इस हमले के लिए जिम्मेदार दोषियों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। इसके अलावा पिछले डेढ़ साल में आतंकवादी घटनाओं की भी एनआईए जांच करेगी। जम्मू क्षेत्र में अगले तीन महीने के भीतर सभी मोर्चों पर सुरक्षा ग्रिड को मजबूत बनाया जाएगा। ग्राम सुरक्षा समूहों (वीडीजी) को मजबूत किया जा रहा है और इसका निर्णय अगस्त 2022 में ही ले लिया गया था। जम्मू-कश्मीर प्रशासन अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए उचित उपाय कर रहा है।
राजभवन में गृह मंत्री की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से अमित शाह ने कहा कि बैठक में सभी सुरक्षा एजेंसियों में जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करने के लिए 360 डिग्री पर काम करने पर सहमति बनी। हम सभी क्षेत्र से आतंकवाद का सफाया करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जम्मू में सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत किया जा रहा है।
खासतौर पर जम्मू में सुरक्षा एजेंसियां आतंकवाद, उसके पारिस्थितिकी तंत्र, ओजीडब्ल्यू नेटवर्क और आतंकवाद को रसद सहायता प्रदान करने वालों पर कड़ा प्रहार कर रही है। विशेषकर जम्मू क्षेत्र की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। सभी सुरक्षा एजेंसियां भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए शत प्रतिशत तैयार और सतर्क हैं। हमारी सूचना की एजेंसियां भी अधिक सतर्कता और रणनीति के साथ काम करेंगी।
सुरक्षा को चाक चौबंद करने के लिए कार्ययोजना बनी
जम्मू क्षेत्र की सुरक्षा को चाक चौबंद करने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। उन्होंने जम्मू के नागरिकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आतंकवादी समूहों की मंशा जो भी हो हमारी सुरक्षा एजेंसियां जम्मू की सुरक्षा करेंगी। इससे पूर्व जम्मू हवाईअड्डे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शाह का स्वागत किया। राजभवन में सुरक्षा समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल, मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता, उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, डीजीपी दिलबाग सिंह सहित विभिन्न बलों और खुफि या एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।