परवाणू नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ नो कॉन्फिडेंस नोटिस

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आवाज़ ए हिमाचल

12 जनवरी।परवाणू की राजनीति में शुक्रवार को बड़ा ही नाटकीय मोड़ आ गया। नगर परिषद परवाणू की अध्यक्ष निशा शर्मा व उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा के विरुद्ध 6 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव ला दिया है। सोलन में उपायुक्त कृतिका कुलहरी के सामने पेश होकर 6 पार्षदों ने लिखित तौर पर यह अविश्वास प्रस्ताव लाया है। अविश्वास पास लाने वाले पार्षदों में 4 कांग्रेस समर्थक व 2 भाजपा समर्थक पार्षद है।
बता दे की नगर परिषद परवाणू में पिछले काफी समय से पार्षदों के बीच सामंजस्य नहीं बन पा रहा था। नगर परिषद के अधिकांश पार्षद नगर परिषद के कार्यो से सम्बंधित बैठकों का बहिष्कार कर रहे थे। इस से काफी समय से परवाणू में चर्चाओ का बाज़ार गर्म था। शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद इन चर्चाओ की पुष्टि हो गयी।
शुक्रवार को परवाणू नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष व वार्ड नंबर 6 के पार्षद ठाकुर दास शर्मा, वार्ड 2 के पार्षद लखविंदर सिंह, वार्ड तीन की पार्षद किरण चौहान, वार्ड 4 की पार्षद चन्द्रावती देवी, वार्ड नंबर 7 के पार्षद रणजीत सिंह ठाकुर व वार्ड नंबर 8 की पार्षद मोनिशा शर्मा ने डीसी सोलन से उनके कार्यालय में जाकर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया।
गौरतलब है की अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले 6 पार्षदों में 4 कांग्रेस समर्थक व 2 भाजपा समर्थक पार्षद है। नगर परिषद के चुनावो में कांग्रेस 6 जबकि भाजपा समर्थक 3 पार्षद जीत कर आए थे, जिसके बाद कांग्रेस समर्थको की आपसी सहमति से वार्ड नंबर 9 की पार्षद निशा शर्मा को अध्यक्ष व वार्ड नंबर 5 की पार्षद सोनिया शर्मा को उपाध्यक्ष बनाया गया था। अभी चुनाव हुए दो वर्ष ही हुए है की पार्षद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की कार्यप्रणाली से रुष्ट हो गए है। भाजपा समर्थक पार्षद तो दूर की बात कांग्रेस समर्थित पार्षद भी इन दोनों की कार्यप्रणाली से नाराज हो गये है। डीसी सोलन को सौंपे अविश्वास प्रस्ताव में पार्षदों ने आरोप लगाया है की नप परवाणू के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष नियमो व कानून के दायरे में काम नहीं कर रहे है, वे अपनी शक्तियों का दुरूपयोग कर रहे है जिसके चलते वे अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन नहीं कर रहे है। अतः हम 6 पार्षद नप परवाणू के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर विश्वास खो चुके है, इस संदर्भ में उन दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है।
अविश्वास प्रस्ताव पेश हो जाने के बाद परवाणू की राजनीति गर्मा गयी है। अब अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद बचाना दोनों नेत्रियो के लिए चुनौती बन गया है। जिस तरह से 6 पार्षद इन दोनों के विरुद्ध लामबंद हुए है, उस से इनकी कुर्सी बचती हुई नहीं दिखाई दे रही है, हालांकि राजनीति में कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता।
उधर, इस बारे नगर परिषद परवाणू की अध्यक्ष निशा शर्मा का कहना है की ये उनके व उपाध्यक्ष के विरुद्ध सोची समझी साजिश विधानसभा हार से बोखलाए भाजपा नेताओ ने की है, जिसमे कांग्रेस के भी कुछ पार्षदों ने उनका साथ दिया है। उन्होने कुछ लोगो के गलत मंसूबो को कामयाब नहीं होने दिया, जिसके चलते उनके विरुद्ध यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।
उधर, अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों के दल का नेत्रत्व कर रहे ठाकुर दास शर्मा ने कहा की नगर परिषद में क्या कुछ चल रहा है वो पुरे परवाणू शहर को पता है। इस बारे उन्हें कुछ नहीं कहना है। पार्षदों ने जो भी कदम उठाए गए है वो परवाणू व शहरवासियो की भलाई के लिए उठाए है।

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