आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट के बीच बुधवार रात को हुई बर्फबारी से अटल टनल रोहतांग, मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग समेत करीब 182 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं। 163 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े हैं। बुधवार रात को लाहौल व कुल्लू की ऊंची चोटियों पर हिमपात जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई है। बारिश के बाद किसानों व बागवानों ने राहत की सांस ली है। वहीं,मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग, नेशनल हाइवे-505 बर्फबारी के चलते सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है। प्रशासन की ओर से लोगों से अनावश्यक यात्रा नहीं करने की अपील की गई है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार गुरुवार सुबह 10:00 बजे तक लाहौल-स्पीति में 177, चंबा दो, कांगड़ा दो और कुल्लू में एक सड़क पर आवाजाही बंद थी। वहीं कुल्लू जिले में 107, लाहौल-स्पीति में 56 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद हैं।
वहीं, आज भी राजधानी शिमला व आसपास भागों में धूप खिलने के साथ हल्के बादल छाए हुए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कई भागों में 12 व 13 जनवरी को भी बारिश-बर्फबारी की संभावना है। मैदानी व निचले कुछ भागों के लिए 14 से 16 जनवरी तक धुंध छाने व शीत लहर का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 14 जनवरी से सभी भागों में मौसम साफ रहने के आसार हैं।
चंबा, कुल्लू और लाहौल में हिमस्खलन का खतरा
कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिला में बर्फबारी पर हिमालयी क्षेत्रों में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। मनाली स्थित रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान (डीजीआरई) ने अलर्ट जारी किया है। डीजीआरई ने हिमाचल से लेकर कुपवाड़ा व कारगिल के हिमालय इलाकों के सात जगहों पर हिमखंड गिरने की आशंका जताई है। 24 घंटों में चंबा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल और स्पीति, गांदरबल, कुपवाड़ा, कारगिल में 2500 मीटर से ऊपर हिमस्खलन की आशंका है। सहायक उपायुक्त कुल्लू शशिपाल नेगी ने कहा कि डीजीआरई मनाली ने पर्वतीय क्षेत्रों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।