आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। बायोमीट्रिक मशीनों की खरीद में गड़बड़ी करने वाले स्कूल प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। निर्धारित रेट से अधिक मूल्य की मशीन खरीदने की शिक्षा निदेशालय में शिकायतें पहुंची हैं। शिक्षा निदेशालय ने विवाद से बचने को इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन के माध्यम से बायोमीट्रिक मशीनों की खरीद करने के निर्देश जारी किए हैं। सभी स्कूल प्रभारियों को जल्द पुरानी मशीनों को दुरुस्त करवाने और जहां मशीनें नहीं लगी हैं वहां के लिए नई खरीद करने को कहा गया है। प्रदेश हाईकोर्ट की सख्ती के बाद प्रदेश के सभी स्कूलों और कॉलेजों में बायोमीट्रिक से शिक्षकों की हाजिरी अनिवार्य की गई है। दिसंबर 2022 में शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल और कॉलेज प्रभारियों को पत्र जारी कर बायोमीट्रिक मशीनों पर ही शिक्षकों की हाजिरी सुनिश्चित करने को कहा है। प्रदेश में मार्च 2020 से पहले कई स्कूलों और कॉलेजों में यह मशीनें लग गई थीं। कोरोना संकट के चलते बायोमीट्रिक मशीनों पर हाजिरी की रोक लगा दी थी।
हालात सुधरने के बाद प्रशासनिक सुस्ती के चलते यह मुहिम शुरू नहीं हुई। शिक्षकों के स्कूलों में समय से न आने सहित कई अन्य विभागों में अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यालयों से गायब रहने की शिकायतों पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने बायोमीट्रिक से हाजिरी को अनिवार्य करने के निर्देश दिए थे। दिसंबर 2022 में शिक्षा निदेशालय ने स्कूल प्रिंसिपलों को स्कूल फंड से मशीनों की खरीद करने को कहा। कुछ जिलों से निदेशालय में शिकायतें आई हैं कि प्रभारियों ने निर्धारित रेट से अधिक मूल्य की मशीनों को खरीद लिया है। इस पर संज्ञान लेते हुए उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने सभी जिला उपनिदेशकों को इन मामलों को देखने के आदेश दिए हैं। डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि अगर किसी स्कूल में गलत तरीके से मशीनों की खरीद हुई होगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।