आवाज़ ए हिमाचल
अमित पराशर, धर्मशाला। सत्ता पलटने के बाद बुधवार को पहली बार सत्ता पक्ष और विपक्ष का आमना-सामना होगा। हालांकि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधायकों की शपथ होगी लेकिन तपोवन में भाजपा को विपक्ष की भूमिका के रूप में बैठना होगा जबकि 5 वर्ष तक विपक्ष में बैठी कांग्रेस वर्ष 2023 में सत्ता पक्ष में दिखेगी। दावों-प्रतिदावों के बाद प्रदेश में बदली सियासत के बाद यह पहला सत्र होगा जहां बदली हुई परिस्थितियों के बीच दोनों पक्षों का आमना-सामना होगा। यहीं पर शिष्टाचार भी दिखेगा। तल्ख्यिां भी देखने को मिलेंगी और बदला-बदली की भूमिका में भी नेता नजर आएंगे। वर्ष 2017 में प्रदेश में सियासी उठापटक के बाद सीएम की कुर्सी पर पहुंचे जयराम लगातार रिवाज बदलने की बात करते रहे। कांग्रेस को फिर से विपक्ष में बैठने की नसीहतें देते रहे। वह तमाम प्रयासों के बाद अब विपक्ष में दिखेंगे तो विस के विपक्ष के ठीक सामने सत्ता पक्ष में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार दिखेगी। धर्मशाला में हुई आभार रैली में भी मुख्यमंत्री के तौर पर सुक्खू ने अपने तेवर दिखाए तो निश्चित तौर पर सदन के भीतर भी वह प्रखरता के साथ विपक्ष का सामना करेंगे।
सदन का पहला दिन काफी गर्माहट भरा होगा। कई नए विधायकों को खासकर युवा विधायकों को पहली बार विस की चौखट लांघने का मौका मिलेगा। शपथ ग्रहण के साथ ही वे अपने-अपने क्षेत्रों का दायित्व संभालेंगे। इससे पहले मंगलवार को दिन भर विभिन्न नेताओं की मुलाकातें चलती रहीं। कहीं विपक्षी विधायकों की बैठकों में चुनावी हार पर चर्चाएं हुईं तो कहीं सत्ता में आई कांग्रेस में मंत्री पद के जुगाड़ को लेकर रणनीतियां बनीं। मुलाकातों का यह दौर देर रात्रि तक चलता रहा। यहां तक कि दिन में डिप्लोमेसी भी कुछेक स्थानों पर दिखी। सभी विधायक धर्मशाला पहुंच चुके हैं। अंदरूनी तौर पर एक-दूसरे से आगे निकल कैबिनेट में अपनी कुर्सी पक्की करने की भी डिप्लोमेसी चली।
कांग्रेस और भाजपा ने बनाई रणनीति
कांग्रेस विधायक दल ने शीतकालीन सत्र को लेकर सर्किट हाऊस में रणनीति बनाई। इस बैठक में विशेष तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह भी शामिल हुईं। कांग्रेस विधायक दल ने जहां एक तरफ सत्र को लेकर चर्चा कीख् वहीं कई अन्य मसलों पर भी मंथन हुआ। इस बार सचिवालय की जगह सर्किट हाऊस में विधायक दल की बैठक बुलाई गई। विधायक दल की बैठक के बाद सीएम ने कहा कि स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का फैसला बुधवार को होगा। बैठक में शपथ ग्रहण सहित अन्य मामलों पर चर्चा हुई। सीएम ने कहा कि अभी तक मत्रिमंडल को लेकर मंथन चल रहा है।
वहीं, विपक्ष में बैठी भाजपा हाल ही में कांग्रेस सरकार की ओर से डिनोटिफाई किए संस्थानों के साथ ही सीमैंट के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरेगी। मंगलवार को धर्मशाला में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में सरकार को घेरने के लिए रणनीति तैयार की गई। भाजपा नवनिर्वाचित सरकार से अभी तक मंत्रिमंडल के गठन न होने को लेकर भी सवाल उठाएगी। होटल डी. पोलो में हुई इस बैठक की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने की। स्वास्थ्य से संबंधित जो भी मुद्दे आएंगे उनको डाॅ. जनक राज सदन में उठाएंगे। बैठक में 24 विधायक मौजूद रहे जबकि नूरपुर के विधायक रणवीर सिंह निक्का प्रदेश से बाहर होने के चलते बैठक में उपस्थित नहीं रहे।