आवाज़ ए हिमाचल
ऊना। हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी के विरुद्ध काम करने वाले भाजपा नेताओं व कायकर्ताओं को अब पार्टी में दोबारा शामिल नहीं किया जाएगा। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने सोमवार को भाजपा कार्यालय ऊना में पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि बागी भाजपा नेताओं के चुनाव मैदान में उतरने व पार्टी के विरुद्ध काम करने के चलते भाजपा को नौ सीटों पर नुकसान हुआ है। वहीं, भाजपा को कई सीटों पर मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा। हाईकमान ने उन्हें पार्टी से निष्कासित किया है, जिन्हें अब पार्टी शामिल नहीं किया जाएगा। सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही 619 संस्थानों को डिनोटिफाई कर दिया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि सरकार की कैबिनेट बनी नहीं और पूर्व कैबिनेट द्वारा नोटिफाई किए गए संस्थानों को बंद कर दिया गया हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अभी मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ही बनाए हंै। विधायकों को शपथ भी नहीं दिलाई गई है। अभी से ही कांग्रेस सरकार ने जनविरोधी निर्णय लेने शुरू कर दिए हंै। सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस सरकार पहले कैबिनेट बनाती और लोगों से किए गए 10 गारंटी वादों को पूरा करती। उन्होंने कहा कि कर्मचारी ओपीएस के इंतजार में है। महिलाएं 1500 की आस लगाए बैठी हैं। एक लाख युवाओं को रोजगार का वादा किया गया था, उसे भी पूरा करते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के 15 दिनों में ही लोगों को सडक़ों पर उतरना पड़ रहा है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।