आवाज़ ए हिमाचल
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर से जेओए आईटी पेपर लीक मामले में एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को एसआईटी कर्मचारी चयन आयोग पहुंची और रिकॉर्ड खंगाला। इस दौरान आयोग के सभी कर्मचारियों को कार्यालय से बाहर भेज दिया गया। कार्यालय में प्रवेश नहीं मिलने पर कर्मचारियों ने बाहर बैठकर आयोग परिसर में दिनभर धूप सेंकी। आयोग के मुख्य द्वार पर पुलिस बल तैनात किया गया है। अब किसी को भी कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं है। वहीं, एडीसी हमीरपुर जितेंद्र सांजटा ने बतौर ओएसडी कार्यभार संभाल लिया है। वहीं आयोग के सचिव और उपसचिव को रिलीव कर दिया गया है।
गौर रहे कि प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की 25 दिसंबर को होने वाली पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी भर्ती की लिखित परीक्षा से दो दिन पहले 23 दिसंबर को प्रश्न पत्र लीक हो गया था। पेपर लीक की मुख्य आरोपी महिला चयन आयोग की गोपनीय शाखा में वरिष्ठ सहायक के पद पर लंबे समय से कार्यरत है। एक अभ्यर्थी की शिकायत पर विजिलेंस ने महिला और उसके बेटे समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। आयोग ने परीक्षा भी रद्द कर दी। आयोग ने मई 2022 में 198 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। अक्तूबर में 121 पद और जोड़े गए। 319 पदों के लिए 476 परीक्षा केंद्रों में 1,03,344 अभ्यर्थियों ने परीक्षा देनी थी। 26 दिसंबर को सरकार ने अब मामले की जांच के लिए एसआईटी का भी गठन कर दिया है। आरोपी महिला कर्मी को निलंबित किया गया। इसके साथ ही सरकार ने तत्काल प्रभाव से प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के कामकाज को निलंबित कर दिया। आयोग में सभी चल रही और लंबित भर्तियों को अगले आदेश तक रोक दिया है। आयोग में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी अब विशेष कार्य अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे। सरकार ने अतिरिक्त जिला उपायुक्त (एडीसी) हमीरपुर को आयोग का विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) नियुक्त किया है।