नूरपुर की पन्द्रेहड़ पंचायत को देखकर कश्मीरी पंचायत प्रतिनिधि हुए निहाल

Spread the love

बोले- कल्पना से भी परे है इस पंचायत के विकास कार्य, जम्मू कश्मीर से आने वाला पंचायत प्रतिनिधियों का है यह दूसरा दल

आवाज़ ए हिमाचल 

स्वर्ण राणा, नूरपुर। विकासखंड नूरपुर के तहत आती पंचायत पन्द्रेहड़ आजकल आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। यूं तो यह पंचायत विधानसभा की आदर्श पंचायत है जहां इतने विकासकार्य हुए हैं जो सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या वाकई पंचायत में भी इस स्तर के विकास कार्य हो सकते है? इस पंचायत में बना पंचायत घर किसी आलीशान सरकारी कार्यालय से कम नहीं है। इस पंचायत घर में प्रधान, सचिव कार्यालय के साथ मीटिंग हाल, जिम और किसी भी अतिथि को ठहराने के लिए एक गेस्ट रूम है। यह सु

विधाएं अमूमन एक पंचायत घर में कभी देखने को नहीं मिलती, लेकिन यह इस पंचायत के युवा नेता सिकंदर राणा जो पिछले टर्म में इस पंचायत से प्रधान थे और वर्तमान में इस पंचायत से उप प्रधान हैं उन्हीं  की मेहनत, सोच और प्रयास का नतीजा है जिसने इस पंचायत को एक मॉडल पंचायत बना दिया और दिखा दिया कि जनता अगर किसी को कमान सौंपती है तो जनता की अपेक्षाओं पर कैसे खरा उतरा जाए?
यह सिकंदर राणा का ही सफल प्रयास था जिसने इस पंचायत में कई सालों से बंद पड़े सरकारी प्राथमिक स्कूल को शासन-प्रशासन की मदद से पुनः शुरू करवा दिया। ना केवल बन्द पड़े स्कूल को खुलवाया बल्कि उसे एक मॉडल स्कूल भी बना दिया। आज इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे आधुनिक तरीके से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।


वहीं इस पंचायत में बना ओपन जिम पार्क, चिल्ड्रन पार्क और खेल का मैदान सभी को आकर्षित करता है। जहां पिछले टर्म में प्रधान रहते उन्होंने कई विकास कार्य किए वहीं उपप्रधान होते हुए प्रधान सृष्टा देवी और समस्त पंचायत प्रतिनिधियों को साथ लेकर विकास कार्यों को लेकर प्रयासरत है। यही कारण है कि इस मॉडल पंचायत का दीदार करने जम्मू कश्मीर से लगभग 45 पंचायतों के प्रधान जहां पहुंचे हैं। इन कश्मीरी पंचायत प्रतिनिधियों की माने तो इस पंचायत में कई ऐसे अभूतपूर्व कार्य हुए हैं जो उनके विचार में भी कभी नहीं आए। उन्होंने कहा कि वो इसी तर्ज पर अपनी-अपनी पंचायतों में इन विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाने का प्रयास करेंगे।
वहीं सिकंदर राणा ने बताया कि यह पंचायत प्रतिनिधि विकास कार्यों का जायजा लेने आए थे और इन्हें विस्तृत जानकारी दी गई कि मनरेगा के तहत भी किस प्रकार विकास को आगे बढ़ाया जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *