रेलवे-प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी, कहा, चार गुना तो दूर, दो गुना भी नहीं मिली राहत
आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम, बीबीएन। अधिगृहित की गई जमीन का उपयुक्त मुआवजा न मिलने से खफा किसानों ने बद्दी-चंडीगढ़ रेल लाइन का काम रोक दिया है। सोमवार को किसानों ने रेल लाइन के निर्माण कार्य को रुकवाने के बाद रेलवे व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर जमकर गुब्बार निकाला। किसानों का कहना है कि उन्हें अधिग्रहण की गई जमीन का चार गुना मुआवजा तो दूर, दो गुना मुआवजा भी नहीं मिल पाया है।
हिमाचल के दायरे में जितने किसानों की जमीन रेल लाइन की जद में आई है, उनमें से ज्यादातर के साथ भेदभाव हुआ। किसानों ने कहा कि बिना मुआवजा अदायगी के उनकी जमीन पर काम शुरू कर दिया गया है, जिसे कतई मंजूर नही किया जाएगा। किसानों के तेवरों को देख रेल लाइन के निर्माण में जुटी कंपनी ने काम रोक दिया और रेलवे के अधिकारियों सहित बद्दी प्रशासन को इत्लाह दे दी। सिंगला कंस्ट्रकंशन कंपनी का कहना है कि किसानों के विरोध के चलते सोमवार को काम नही हो पाया है और अगले कुछ दिन काम शुरू करना भी संभव नही लग रहा।
जानकारी के मुताबिक बद्दी-चंडीगढ़ की अभी तक अधिगृहित की जा चुकी भूमि पर सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी ने रेल लाइन के लिए निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। सोमवार को जब कंस्ट्रक्शन कंपनी की टीम काम कर रही थी, तो मुआवजा न मिलने से रोषजदा किसानों ने काम रुकवा दिया। स्थानीय निवासी हरबंस ठाकुर ने दो टूक शब्दों में कहा कि जब तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया जाएगा, रेल लाइन का काम शुरू नहीं होने देंगे। बद्दी के राम गोपाल, मोहन लाल, हरबंस लाल, प्रवेश ठाकुर, सुमन देवी, कमला देवी, मदन गोपाल गुप्ता, शिव कुमार गुप्ता, संतराम, बिलांवाली गांव के बिट्टू सिंह, राज कुमार, विधि चंद और संडोली के गुरचरण की जमीन की खुदाई रेलवे विभाग ने कर दी है। काम रोकने की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी व राजस्व विभाग बद्दी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया। बता दें कि कचंड़ीगढ़-बद्दी स्पेशल रेलवे प्रोजेक्ट के लिए हिमाचल के हिस्से की 34 हेक्टेयर भूमि में से 30 हेक्टेयर भूमि सराजमाजरा लबाना, बद्दी शीतलपुर, चक्क जंगी, कल्याणपुर, बिलांवाली गुज्जरा, लंडेवाल, संडोली, हरिपुर संडोली और केंदूवाल में अधिगृहित की गई है। इस रेललाइन में हिमाचल का करीब तीन किलोमीटर हिस्सा आ रहा है और बाकी हरियाणा की सीमा में है। यह रेलवे लाइन सूरजपुर चंडी से शुरू होकर हरियाणा के धमाला एचएमटी कंपनी-लोहगढ़-खेड़ा-टांडा-जोलूवाल-कोना-मढांवाला व हिमाचल के शीतलपुर स्थित कंटेनर डिपो बद्दी से होते हुए केंदुवाला तक पहुंचेगी। रेल लाइन के लिए बद्दी में करीब 4.34 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। इस अधिग्रहण के दायरे में 4.09 हेक्टेयर निजी भूमि और .25 हेक्टेयर सरकारी भूमि आ रही है।
रोजाना हो रहा लाखों का नुकसान
रेल लाइन निर्माण में जुटी कंपनी सिंगला कंस्ट्रक्शन के निदेशक जयदीप सिंगला ने कहा कि काम रुकने से उन्हें रोजाना लाखों का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि सोमवार को काम किसानों ने होने नहीं दिया और अगले कुछ दिन भी काम शुरू होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि रेलवे और राजस्व विभाग के अधिकारियों को सूचना दे दी है, वे किसानों से बातचीत कर समाधान निकाल रहे हैं।