आवाज़ ए हिमाचल
अगरतला। त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले के विशालगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर चरीलाम बाजार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं की भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में साहिद मिया (65) की मौत हो गई और राज्य के पूर्व वित्तीय मंत्री और भाकपा के विधायक भानु लाल साहा समेत दोनों दलों के कम से कम 15 समर्थक घायल हो गए। अधिकारी ने बताया कि माकपा का आरोप है कि भाजपा के गुंडों ने उनकी रैली में दिनदहाड़े किए गए ‘अकारण’ हमले में उसके आठ समर्थक घायल हो गए। उन्होंने कहा कि बदमाशों ने पहले उन पर पथराव किया और फिर हथियारों से हमला कर दिया।
दूसरी ओर, भाजपा आदिवासी मोर्चा के महासचिव देवीद देबबर्मा ने आरोप से इनकार करते हुए कहा, “भाकपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं पर धारदार हथियारों से हमला किया और उन पर पथराव किया।” दोनों पक्षों ने दावा कर रही है उन्होंने हमला नहीं किया। हिंसा को बढ़ने से रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई की। हालांकि विशालगढ़ के सब डिविजनल पुलिस ऑफिसर राहुल दास ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और वह कोई निर्णायक टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हैं।
भानु लाल साहा ने आरोप लगाया कि भाजपा के झंडे के साथ मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने पुलिस के सामने उन पर हमला किया। बदमाशो ने साहिद मिया के सिर के पिछले हिस्से में रॉड से वार किया गया। उन पर पथराव भी किया गया। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। पुलिस ने तनाव को देखते हुए क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी। यह उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा के विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। कांग्रेस विधायक सुदीप रॉयबर्मन ने इस घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि भाजपा आगामी चुनावों में हार की आशंका से घबरा गई है और इसलिए वह पुलिस की मदद से विपक्षी कार्यकर्ताओं पर हमले का सहारा ले रही है।