आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। वन विभाग हिमाचल प्रदेश के जंगलों में काले तेंदुओं की जानकारी ऑनलाइन जीपीएस सिस्टम से एकत्रित कर रहा है। प्रदेश के जंगलों में पाए जाने वाले काले तेंदुओं और काले भालुओं का सर्वे मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मौजूदा समय में वन विभाग ऑनलाइन सर्वे कर रहा है कि प्रदेश के जंगलों में इनकी तादाद कितनी है। विभाग सर्किल वाइज यह कार्य कर रहा है। वन परिक्षेत्र अधिकारी झंडूता अशोक शर्मा ने बताया कि झंडूता रेंज में 13 ट्रैक रूट में झभोला के पास एक तेंदुए का मल मिलने की जानकारी मिली है। उसे विभाग ने जांच के लिए भेजा है, लेकिन अभी झंडूता में तेंदुए की ऑनलाइन कोई जानकारी नहीं मिली है।
बताया कि वन रक्षकों ने अक्तूबर में करीब एक सप्ताह तक सर्च ऑपरेशन चलाया। रोजाना तीन से पांच किलोमीटर पैदल चलकर जीपीएस सिस्टम से काले तेंदुओं की जानकारी का पता किया गया। इस प्रजाति का तेंदुआ करीब एक सप्ताह तक भूखा रह सकता है। शिकार की तलाश के लिए 10 से 15 किलोमीटर तक दूरी तय करता है। उन्होंने कहा कि अभी तक झंडूता में किसी काले तेंदुए के होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। इस प्रजाति के तेंदुओं के संरक्षण के लिए यह सर्वे अहम होगा। विशेषज्ञ बताते हैं कि काला तेंदुआ भी अन्य तेंदुओं की तरह ही होता है। यह अलग से कोई प्रजाति नहीं है। केवल आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण इनका रंग काला हो जाता है।
उधर, अतिरिक्त मुख्य अरण्यपाल वन्य जीव अनिल ठाकुर ने बताया कि हिमाचल में जंगलों में काले तेंदुओं की संख्या को एकत्रित करने के सर्वे की प्रक्रिया चल रही है। मार्च 2023 तक पूरे प्रदेश में तेंदुओं की संख्या की जानकारी एकत्रित कर ली जाएगी।