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अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। मानव सेवा ट्रस्ट सुंदरनगर के सानिध्य में चल रहे घागस के देवली में स्थित वृद्धाश्रम ‘अपना घर’ में बुधवार को इंटरनेरशन स्ट्रोक डे मनाया गया। इस अवसर पर सिविल हाॅस्पीटल मारकंड से स्वास्थ्य शिक्षक विजय कुमारी ने बुजुर्गों को ब्रेन स्ट्रोक के लक्ष्णों, सावधानियों और उपायों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया।
विजय कुमारी ने बताया कि महिलाओं को चालीस साल व पुरूषों को 65 वर्ष आयु के बाद ब्रेन स्ट्रोक को लेकर ज्यादा सावधान रहने की आवश्यक्ता होती है। ब्रेन स्ट्रोक दिमाग में खून का धब्बा यानि क्लाॅटिंग से होता है। इसके लिए अपने खानपान और रहन सहन में संतुलन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इससे अधरंग यानि पैरालाइज होने का भी खतरा बना रहता है। भोजन करने के बाद एकदम बिस्तर पर सोना नहीं चाहिए। स्वयं को तनाव से मुक्त रहने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए ताकि दिमाग शांत रहे। उन्होंने उपस्थित बुजुर्गों को मस्तिष्क घात के बारे में विस्तार जानकारी प्रदान की।
आरती चंदेल ने बताया कि इस दौरान बुजुर्गों ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता से प्रश्न भी पूछे। वहीं मारकंड संस्थान की ओर से बुजुर्गों के बीपी और शुगर टैस्ट भी किए गए। इस कार्यक्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संतोश कुमारी, आशा वर्कर डोलमा और आशा तथा अपना घर के प्रबंधक पंकज कुमार, स्टाफ नर्स आरती चंदेल, सोशिल वर्कर विपिन कुमार, डे-केयर सेंटर के प्रबंधक श्याम लाल, दौलत राम, गोदावरी और नीलम आदि मौजूद रहे। वहीं मानव सेवा ट्रस्ट सुंदरनगर के संस्थापक सदस्य अधिवक्ता प्रकाश चंद बसंल ने बताया कि वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों का समय-समय पर स्वास्थ्य निरीक्षण करवाया जाता है। इसके लिए बिलासपुर और सुंदरनगर मंडी के चिकित्सकों की निशुल्क सेवाएं भी ली जाती हैं।