आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। जिला बिलासपुर में इन दिनों डेंगू का प्रकोप प्रचंड स्तर पर है। अधिकांश घरों में डेंगू और बुखार सहित अन्य संक्रमंण रोगों के मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर है। नगर परिषद द्वारा हर रोज शहर में मच्छरों के खात्मे के लिए फाॅगिंग की जा रही है। शहर के 11 वार्डों में डियारा सेक्टर के हालात सबसे खराब हैं। यहां पर शायद ही कोई परिवार ऐसा हो जो डेंगू या बुखार आदि की चपेट में न आया हो। कई लोग तो पीजीआई तक पहुंच गए हैं। मच्छरों तथा गंदगी के कारण होने वाले इस रोग से निपटने के लिए यहां पर तंत्र निष्क्रिय साबित हो रहा है। डियारा सेक्टर में कई स्थान ऐसे हैं जहां पर गंदगी के ढेर पड़े हैं जिन्हें उठाने की कोई जहमत नहीं उठा पा रहा है। डियारा सेक्टर में कार्यकारी अधिकारी के सरकारी आवास के बाहर कूड़े के ढेर काफी समय से पड़े हैं। जिन्हें अभी तक उठाया नहीं गया है। हैरानी की बात है कि आस पड़ोस के लोगों ने इस बारे में कनिष्ठ अभियंता नगर परिषद को भी इस बारे में अवगत करवाया लेकिन अभी तक यह कूड़ा उठाया नहीं गया है।
बीमारी के दृष्टिकोण से यह समय संवेदनशील है तथा यहां पर इस समय बरती जाने वाली लापरवाही लानलेवा साबित हो सकती है। यही नहीं इस पर अब पेड़ों की कांट छांट डाल दी गई है। जिससे मच्छरों के उत्पन्न होने का खतरा ओर बढ़ गया है। कार्यकारी अधिकारी के आवास के साथ फैली यह गंदगी व्यवस्था को सवालों के कटघरे में खड़ा करती है। वहीं इस सेक्टर की संकरी गलियों में फाॅगिंग नियमित हो इसके लिए प्रावधान किया जाना चाहिए। बुद्धिजीवियों की माने तो फाॅगिंग के लिए घरों के भीतर भी स्पे्र होनी चाहिए। बड़ी गाड़ी से होने वाली फाॅगिंग केवल सड़कों तक ही सीमित है। वहीं नगर के पार्कों में भी फाॅंिगग नियमित होनी चाहिए क्योंकि यहां पर छोटे-छोटे बच्चे खेलने आते हैं तथा उनके बीमार होने का खतरा बढ़ सकता है। नगर वासियों में शामिल अजय कुमार, विनय कुमार, राजेंद्र, विजय, मन्नू आदि ने बताया कि इन दिनों डियारा सेक्टर में डेंगू का प्रकोप है तथा जगह-जगह गंदगी के ढेर हैं।
उन्होंने उपायुक्त बिलासपुर से मांग की है कि नगर परिषद को इस सेक्टर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास करने के आदेश दिए जाएं।