हिमाचल विधानसभा चुनाव: 92 प्रत्याशियों ने वापस लिए नाम, अब कुल 413 मैदान में

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल 

शिमला। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों में प्रत्याशियों को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। राज्य में चुनावों के लिए अब 413 प्रत्याशी चुनावी मैदान में रह गए हैं। शनिवार को नाम वापस लेने के अंतिम दिन 92 प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस लिए। नाम वापस लेने के बाद चुनाव आयोग ने मैदान में डटे प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह भी आबंटित कर दिए हैं। जिला शिमला में 8 प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस लिए तथा अब यहां की 8 विधानसभा सीटों पर 50 प्रत्याशी चुनावी मैदान हैं। इसी तरह जिला बिलासपुर में 9 प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस लिए तथा अब जिले की 4 सीटों में 29 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं। लाहौल-स्पीति में 1 प्रत्याशी की नाम वापसी के साथ 3 योद्धा चुनाव मैदान में रह गए हैं। जिला कुल्लू में 3 प्रत्याशियों ने नाम वापस लिए तथा 4 सीटों पर अब 24 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिला मंडी में 11, चम्बा में 5, कांगड़ा में 25, हमीरपुर में 11, ऊना में 6, सिरमौर में 4, किन्नौर में 1 तथा सोलन में 8 प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस लिए हैं। अब जिला मंडी की 10 सीटों में 67 प्रत्याशी, चम्बा की 5 सीटों में 24, कांगड़ा की 15 सीटों पर 91, हमीरपुर की 5 सीटों पर 32, ऊना की 5 सीटों पर 26, सिरमौर की 5 सीटों पर 29, जिला सोलन की 5 सीटों पर 32 तथा जिला किन्नौर की 1 सीट पर 6 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं। नाम वापसी के बाद चुनाव आयोग ने सभी प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आबंटित कर दिए हैं।

वही, दोनों ही दलों के बागियों को पार्टी से बाहर करने की कवायद शुरू हो गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा जो लोग पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें पार्टी से बाहर किया जाएगा।

मुसाफिर, मंगलेट व खाची नहीं माने

कांग्रेस बगावत पर उतरे 3 वरिष्ठ नेताओं को मनाने में विफल रही है। शिमला के चौपाल से सुभाष मंगलेट, ठियोग से विजय पाल खाची तथा जिला सिरमौर के पच्छाद से गंगू राम मुसाफिर ने अपना नाम वापस नहीं लिया है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के 8 बागी उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया है। प्रमुख रूप से ऊना जिले के ङ्क्षचतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप कुमार ने नामांकन वापस ले लिया है। इनके साथ ही बिलासपुर से पूर्व विधायक तिलकराज शर्मा, कांगड़ा जिले के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में कांग्रेस के 2 बार प्रत्याशी रहे कमल किशोर, बिलासपुर जिले के झंडूता विधानसभा क्षेत्र से पूर्व कांग्रेस के विधायक रहे वीरू राम किशोर, देहरा विधानसभा क्षेत्र से विजय कुमार, ईशान कुमार तथा राकेश कुमार, पांवटा साहिब से शमशेर अली कासमी और शिमला जिले की रामपुर विधानसभा क्षेत्र से विशेश्वरदास, शाहपुर विधानसभा क्षेत्र से कर्ण परमार, नाचन विधानसभा क्षेत्र से हेमचंद्र व चौपाल से पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सबला राम चौहान ने कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में नामांकन वापस लिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि एक रणनीति के तहत कांग्रेस में बगावत रोकने में कामयाब रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ भाजपा बगावत रोकने में नाकाम रही है।

भाजपा के कई बागी अभी भी मैदान में

सत्ताधारी भाजपा के कई बागी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। इनमें प्रमुख रूप से मंडी से पार्टी के पूर्व मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा, फतेहपुर से पूर्व सांसद कृपाल परमार, नालागढ़ से पूर्व विधायक केएल ठाकुर, किन्नौर से पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, बड़सर से संजीव शर्मा, बिलासपुर से सुभाष शर्मा तथा कुल्लू से राम सिंह शामिल हैं। इन्होंने अपने नाम वापस नहीं लिए हैं तथा चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। इससे पार्टी की परेशानी बढ़ सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *