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जीडी शर्मा, राजगढ़। जिला सिरमौर के पच्छाद उपमंडल की चमेंजी पंचायत में वीरवार देर रात को हुए डबल मर्डर के मामले में पांच दिन बाद भी सिरमौर पुलिस खाली हाथ है। सिरमौर पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। यह आरोप मंगलवार को पुलिस थाना सराहां का घेराव करने के दौरान मृतक उर्मिला के भाई रामलाल के साथ आए कई ग्रामीणों ने लगाए। ग्रामीणों ने सिरमौर पुलिस मुर्दाबाद व उर्मिला के हत्यारों को गिरफ्तार करे पुलिस के नारे भी लगाए। उर्मिला के भाई रामलाल व गीता सिंह ने बताया कि अगर पच्छाद पुलिस सात दिन में डबल मर्डर के मामले को नहीं सुलझा पाती, तो वह अगले मंगलवार को सराहां में नेशनल हाईवे जाम करेंगे जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
गीता सिंह, रामलाल, हेतराम, पवन कुमार, रामलाल, बंसी लाल, गुड्डू, बलदेव सिंह, राजेश कुमार, सुंदर सिंह, पूर्णचंद्र, रूपलाल, राकेश, धर्मपाल, मनोहर सिंह, चतर सिंह, हीरा सिंह, टीका राम, सुरेश कुमार, रोशन लाल, गीताराम, चमन कुमार, कृष्ण कुमार, चंद्रमोहन, कृष्ण दत्त, ओम प्रकाश, दयाराम, यशपाल, बल्लू राम, नंदराम, तिलोक सिंह, हेमराज, पिंकी, अंकुश, बलदेव, विनय, सुनील, खुशीराम व रजत ने बताया कि उनकी बहन उर्मिला व भानजे सक्षम की हत्या में उसके ससुराल पक्ष के लोगों पर भी शक की सूई जा रही है। करीब चार वर्ष पहले उर्मिला के बड़े बेटे की भी हत्या हो गई थी। इस मामले में भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
सात दिन में गिरफ्तारी नहीं तो सीबीआइ को सौंपें मामला
उर्मिला के भाइयों ने प्रदेश सरकार से मांग की कि अगर सात दिन में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई तो इस मामले को सीबीआइ को सौंप दिया जाए। इसके साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने सराहां पहुंची अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा तथा एसडीएम पच्छाद को ज्ञापन सौंपा। इसके साथ-साथ ज्ञापन की प्रति राज्यपाल, डीजीपी, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति को भी एसडीएम के माध्यम से प्रेषित की गई।
क्या कहते हैं अधिकारी
उधर जब इस संदर्भ में जिला सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पुलिस डबल मर्डर मामले में गहनता से छानबीन कर रही है। 12 कर्मचारियों व अधिकारियों की एक टीम मामले में सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस की पकड़ में होंगे।