आवाज़ ए हिमाचल
शाहपुर। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है। इसमें जिला कांगड़ा में दो विधायकों के टिकट कटे हैं और दो सीटों पर अभी तक भाजपा अपने प्रत्याशी उतार नहीं पाई है। धर्मशाला से विशाल नैहरिया व जवाली से अर्जुन ठाकुर का टिकट कटा है, जबकि पार्टी ने धर्मशाला से राकेश चौधरी व जवाली से संजय गुलेरिया को प्रत्याशी बनाया है। देहरा व ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्रों की टिकटें अभी होल्ड पर हैं।
धर्मशाला के निवर्तमान विधायक विशाल नैहरिया का टिकट काटकर आम आदमी पार्टी से भाजपा में शामिल हुए राकेश चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। राकेश चौधरी को टिकट देकर पार्टी ने ओबीसी वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है। हालांकि धर्मशाला में अनुसूचित जनजाति यानी एसटी के भी कई उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरने को तैयार थे और पार्टी हाईकमान से टिकट की मांग कर रहे थे। निवर्तमान विधायक विशाल नैहरिया भी एसटी से संबंधित हैं। अब राकेश चौधरी का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा से होगा। हालांकि कयास लगाए जा रहा हैं कि अब धर्मशाला में और भी राजनीतिक घमासान होगा।
जवाली विधानसभा क्षेत्र से अर्जुन ठाकुर का टिकट काटकर भाजपा ने संजय गुलेरिया को अपना प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के हुए सर्वे में संजय गुलेरिया अग्रणी रहे हैं, जबकि अर्जुन ठाकुर रिपोर्ट कार्ड में खरे नहीं उतार पाए थे। विधायक अर्जुन ठाकुर ने विकास के बहुत से तीर चलाए पर टिकट मिलने की पैरवी में फेल हो गए। बताया जा रहा है कि विकास कार्य करने के बावजूद जनता से सीधा संवाद कम होने का कारण ही टिकट कटने की वजह बनी है।
विधायक विशाल नैहरिया उपचुनाव जीतकर सत्ता में आए और ढाई साल के कार्यकाल में एक साल से अधिक समय कोविड-19 महामारी में ही बीत गया। कई परियोजनाओं को सिरे चढ़ाया तो कई परियोजनाएं अधूरी रही। वहीं पारिवारिक विवाद से भी विधायक की छवि धूमिल हुई। पार्टी ने सर्वे व रिपोर्ट कार्ड को आधार मानकर विशाल नैहरिया का टिकट काट दिया व राकेश चौधरी को टिकट दिया है। एसटी से एक सीट ही देनी थी वो पार्टी ने पामलपुर से त्रिलोक कपूर के तौर पर दे दी।