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शांति गौतम, बीबीएन/सोलन। नगर निगम सोलन के 11 पार्षदों ने मेयर व डिप्टी मेयर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्षदों ने डीसी सोलन कृतिका कुल्हारी को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है। अविश्वास प्रस्ताव दिए जाने के बाद अब नगर निगम में कांग्रेस समर्थित मेयर व डिप्टी मेयर की कुर्सी खतरे में आ गई है। सोलन नगर निगम में बीते कई दिनों से कांग्रेस के बीच डिप्टी मेयर की कुर्सी को लेकर खींचतान चल रही थी। सोमवार को राजीव कोड़ा ने डिप्टी मेयर के पद से त्यागपत्र मेयर पूनम ग्रोवर को सौंपा था। इसके बाद भी कांग्रेस पार्षदों के बीच विवाद खत्म नहीं हुआ था।एक तरफ कांग्रेस के आला नेता सोलन के निजी होटल में पत्रकार वार्ता में सरकार बनाने का दावा कर रहे थे तो दूसरी तरफ भाजपा ने नगर निगम मेयर के खिलाफ डीसी को अविश्वास प्रस्ताव सौंप दिया है।
मेयर पूनम ग्रोवर ने सोलन निर्वाचन क्षेत्र से टिकट के लिए भी आवेदन किया है। आवेदन करने के बाद कर्नल धनीराम शांडिल से इनकी दूरियां लगातार बढ़ रही थी। प्रियंका गांधी की रैली से ठीक एक दिन पूर्व भाजपा ने कांग्रेस को सोलन में बड़ा झटका दिया है।
भाजपा ने अवसर का लाभ उठाते हुए कांग्रेसी पार्षदों को साथ लेकर डीसी सोलन को अविश्वास प्रस्ताव सौंप दिया है। अविश्वास प्रस्ताव में सात पार्षद भाजपा के व चार कांग्रेस के पार्षद शामिल हैं। नगर निगम सोलन में कुल 17 पार्षद हैं। जिसमें सात भाजपा के तथा 9 कांग्रेस के हैं, एक निर्दलीय पार्षद है। अविश्वास प्रस्ताव में भाजपा के सात पार्षद शामिल हैं, जबकि कांग्रेस के भी चार पार्षदों ने अविश्वास जताया है। कांग्रेस पार्षदों में सरदार सिंह, ईशा सूद, पूजा तनवर का नाम शामिल है।
उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी का कहना है कि नगर निगम सोलन के 11 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव दिया है। इस पर बैठक बुलाकर विश्वास मत साबित करने का मौका दिया जाएगा।