आवाज़ ए हिमाचल
18 दिसम्बर। हरियाणा के फतेहाबाद में शुक्रवार सुबह एक पशु बाड़े में आग लगने से 13 भैंसों की मौत हो गई वहीं 45 भैंस झुलस गई। हादसा फतेहाबाद के रतिया की ढाणी शेरगढ़ में शुक्रवार तड़के हुआ। सूचना पाकर दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस व पशुपालन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। रतिया के टोहाना रोड निवासी रामफल और टीटू लोगों की भैंसों को चराने का काम करते हैं। इनका परिवार भैंसों के छोटे बच्चे लाकर उनका पालन पोषण करता है और बड़ा होने पर उनके उनके मालिक को सौंपता है। इसकी एवज में उनको मेहनताना मिलता है। इन्होंने ढाणी शेरगढ़ के पास पशु बाड़ा बनाया हुआ है, जिसमें 68 भैंस रहती हैं। इस बाड़े की छत पर पराली लगाई गई हैं।
शुक्रवार तड़के करीब साढ़े 3 बजे अचानक इस बाड़े में आग लग गई। आग की तपिश जब बाड़े में सोए रामफल के परिवार तक पहुंची तो उनको आग लगने का पता चला। आनन-फानन में उन्होंने भैंसों को निकालना शुरू किया, लेकिन तब तक आग काफी बढ़ चुकी थी। सूचना पाकर गांव के लोग एकत्रित हो गए और अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन पराली के कारण आग ने भयंकर रूप ले लिया और आग पूरे बाड़े में पहुंच गई। बाड़े में बंधी भैंस झुलसने लगी लेकिन बंधे होने के कारण वे बाहर नहीं निकल पाई। वहीं आग अधिक होने के कारण ग्रामीण बाड़े में भी नहीं घुस पा रहे थे।
सूचना दमकल विभाग को दी गई। दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, मगर तब तक 12 से अधिक भैंस जलकर जान गंवा चुकी थी। इसके अलावा 45 के करीब भैंस झुलस गई थी। जो भैंसें बीच में बंधी थी, वह बाहर निकलने की जद्दोजहद में घायल हो गई। पशुपालकों के अनुसार, करीब 13 भैंसों की मौत हो चुकी है और 45 के करीब भैंस झुलसी हैं। उनका आरोप था कि सूचना देने के बाद भी दमकल विभाग की गाड़ियों ने आने में 2 घंटे लगा दिए। अभी तक कोई प्रशासनिक अधिकारी भी वहां नहीं आया है। पशुपालन विभाग के एसडीओ सत्यप्रकाश वर्मा ने बताया कि वह 7 भैंस पोस्टमार्टम के लिए लाए हैं और 4 की हालत गंभीर है। गंभीर व झुलसी भैंसों का उपचार किया जा रहा है।