आवाज ए हिमाचल
नादौन, बबलू गोस्वामी। जैसे ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो चुनावी माहौल प्रतिदिन गर्म हो रहा है। इस बार न केवल हिमाचल में भाजपा एवम कॉग्रेस राजनीतिक दल विधानसभा चुनावों में आमने सामने हैं, बल्कि तीसरे दल आम आदमी पार्टी ने भी हिमाचल में अपने आप को पूर्ण रूप से स्थापित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।
यदि बात नादौन विधानसभा क्षेत्र की की जाए तो जहाँ कॉग्रेस की तरफ से वर्तमान विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू अकेले ही मैदान में हैं और नादौन विधानसभा के लोग उन्हें कॉग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा मान रहे हैं । दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की तरफ से ओबीसी बर्ग से संबंध रखने बाले शैंकी ठुकराल भी पूर्ण रूप से सक्रिय दिखाई दे रहे हैं, लेकिन यदि बात भाजपा की जाए तो भाजपा में टिकट की दावेदारी के लिए भाजपा नेताओं की लंबी कतार दिखाई दे रही है। जिनमे से एचआरटीसी के वॉइस चेयरमैन विजय अग्निहोत्री के अतिरिक्त प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य ठाकुर रघुवीर सिंह, भाजपा नेता अमित राणा, वंदना योगी, जगदीप शर्मा रिम्पल आदि के मुख्य नाम मुख्य है।
इन सभी नेताओं ने नादौन विधानसभा क्षेत्र में अपनी पूर्ण रूप से सक्रियता बढ़ा दी है और मतदाताओं से डोर टू डोर सम्पर्क रहे हैं। यहीं नही भाजपा प्रदेश संगठन में विजय अग्निहोत्री के अतिरिक्त इन नेताओं के नामो पर भी मंथन भी किया जा रहा है, जहां विजय अग्निहोत्री मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के काफी करीबी माने जाते हैं। बही ठाकुर रघुवीर सिंह पार्टी के पुराने सिपहसलार हैं और नादौन विधानसभा क्षेत्र में उनका अच्छा खासा वोट बैंक है।
बात युवा भाजपा नेता अमित राणा की बात के जाए तो उनकी न केवल प्रदेश संगठन में अच्छी पैठ है बल्कि केंद्र में भी भाजपा नेताओ एवम संगठन के पदाधिकारियों के साथ अच्छे संबंध हैं, एवम संघ की विचारधारा से पिछले लगभग 20 बर्षों से जुड़े हुए है । बहीं जगदीप शर्मा रिम्पल विधार्थी परिषद से निकले हुए नेता हैं जो कि वर्तमान समय मे प्रदेश भाजयुमो के सह मीडिया प्रभारी प्रभारी हैं और नादौन विधानसभा के युवाओं पर उनकी अच्छी पकड़ है। भाजपा नेत्री बन्दना योगी भी संघ की विचारधारा से संबंध रखती है और वर्तमान समय मे बाल आयोग के अध्यक्ष पद पर कार्य कर रही है। अब नादौन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा किसे चुनावी दंगल में उतारती है ये तो समय तय करेगा, लेकिन नादौन भाजपा में टिकट के दावेदारों की ये लंबी कतार विजय अग्निहोत्री के लिए बाधक सिद्ध हो सकती है ।