नगर परिषद व जेबीआर कंपनी पर उठाए सवाल
आवाज़ ए हिमाचल
सुमित शर्मा, परवाणू। नगर परिषद परवाणू की सेक्टर पांच स्थित डंपिंग साइट पर बने एक कमरे गोवंश का शव पड़ा मिला है। शव पर मक्खियाँ भिनभिना रही थीं। गौवंश का शव 3 से 4 दिन पुराना लग रहा है। आसपास फैली दुर्गन्ध से गौवंश का पता चला। हैरानी की बात यह है की गाय कमरे में कैसे पहुंची, इसकी किसी को जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि सेक्टर पाँच डंपिंग साइट के अंदर बने कमरे में एक गौवंश का शव पड़ा मिला, जिसको लेकर हिंदू संगठन नाराज़ हो गए और इस पर कठोर कार्यवाही की माँग कर रहे हैं।
बता दें की परवाणू से डोर टू डोर कचरा उठाने वाली जेबीआर कंपनी सेक्टर पाँच स्थित कचरा डंपिंग साइट में प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए नियमों की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रही। कंपनी को डंपिंग साइट पर कैमरे लगाने को कहा गया था, साथ ही साइट का गेट बंद रखने के भी निर्देश दिए गए थे परंतु हर बात मात्र मीटिंगों और पत्राचार तक ही सीमित रह जाती हैं, ग्राउंड पर कोई कार्य होता नहीं दिखता। कंपनी की गाड़ी पुरे शहर में कचरा गिराते हुए जाती है जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस समय तो नप भी कंपनी पर नकेल कसती नजर नहीं आ रही है।
उधर, जेबीआर कंपनी के एमडी राजेंद्र सिंह का कहना है की नप ने डंपिंग साइट की सारी जिम्मेदारी हमारे उपर डाल दी है जो सरासर गलत है। यदि डंपिंग साइट के अंदर कोई गौवंश मृत अवस्था में मिला है तो इसकी हम जाँच करवाएंगे और जो भी कार्यवाही होगी वह की जाएगी। नप के कार्यकारी अधिकारी अनुभव शर्मा का कहना है की गाय का शव मिलने की जाँच की जाएगी। जेबीआर कंपनी को पत्राचार के माध्यम से डपिंग साइट पर सीसीटीवी कैमरा लगाने को कहा गया है, इसके साथ साइट का गेट बंद रखने की भी उन्हें हिदायत दी गई है।