हिमाचल की डबल इंजन की सरकार से रुष्ट हैं स्थानीय ग्रामीण
आवाज़ ए हिमाचल
सुमित शर्मा, परवाणू। हरियाणा के कालका से हिमाचल प्रवेश करने पर पड़ने वाले प्रदेश के पहले गाँव टिपरा के बाशिंदे हिमाचल की डबल इंजन की सरकार से रुष्ट हैं। प्रदेश सरकार व स्थानीय सत्तारूढ़ नेताओं के आश्वासनो के बावजूद यहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। इसके चलते टिपरा के लोगो ने आगामी विधानसभा चुनावों के बहिष्कार का एलान कर दिया है। लोगों का कहना है की यदि चुनावों से पहले उनकी समस्याओं का हल नहीं हुआ तो समस्त टिपरा गाँव के लोग वोट नहीं करेंगे।
टिपरा गाँव के निवासी राजिंदर सिंह, दुर्गा दत्त, रुमालू राम, लाल चंद, हरबंस लाल, रामाधार, बंकू पाल, रमेश कुमार, सुरेश शर्मा, बाबू राम, सुशीला देवी, कमला, विधि चंद, रूप चंद, मदन लाल, कमल, बलविंदर बब्बी, राम गोपाल, रवि कुमार व राम बदन का कहना है की पिछले चुनावों के दौरान सत्तारूढ़ दल के लोगों ने टिपरा गाँव की हर समस्या सुलझाने का वायदा किया था लेकिन समस्याएं कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। पिछले 15 वर्षों से टिपरा के लोग बाईपास से लिंक देने वाले व पुश्तैनी रास्ते को ठीक कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सत्तारूढ़ दल की केंद्र व राज्य मे सरकार होने के बावजूद उनकी समस्या जस की तस है। ऐसी डबल इंजन की सरकार का हम क्या करें।
टिपरा के लोगों का कहना है की टिपरा को डपिंग साइट बनाकर रख दिया गया है। सड़े गले सेबों को टिपरा व इसके आसपास फेंका जा रहा है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं। समस्याएं बढ़ती ही जा रही हैं। ऐसे में टिपरा के लोगों ने चुनावों के बहिष्कार का फैसला कर लिया है।
उधर, आम आदमी पार्टी के नेता हरमेल धीमान का कहना है की कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टियां जनता से छल करने का काम करती है। वे टिपरा जाकर लोगों की समस्यांओं को सुनेगे। उनकी कोई समस्या यदि मेरे से हल होने वाली हो तो वे जरूर करेंगे। यदि जनता ने चुनावों मे आशीर्वाद दिया तो टिपरा की हर समस्या दूर की जाएगी।
वहीं, भाजपा कसौली मण्डल अध्यक्ष कपूर सिंह वर्मा का कहना है की स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल टिपरा गाँव की समस्याओं का हल निकालने के लिए प्रयासरत है। वे दिल्ली जाकर संबंधित महकमो के मंत्रियों से मिले भी हैं। चुनावों से पहले टिपरा गाँव की अधिकांश समस्याओं को दूर कर दिया जाएगा।