आवाज ए हिमाचल
पठानकोट। चक्की पुल के बचाव को लेकर एनएचएआई द्वारा पिछले दस दिनों से चलाए जा रहे अभियान को शनिवार को रात हुई भारी के कारण गहरा धक्का लगा है, जिससे एनएचएआई की मेहनत पर पानी फिरा है। इस बारिश से चक्की खड्ड का जलस्तर बढ़ गया और इसकी बाढ़ से पानी डायबर्ट कारण को लगाया तट बीच से टूट गया और इससे पुल के पिल्लर पी वन व पी टू के बचाव को लगाए पत्थर के क्रेट, कंटेनर व मलबा आदि बह गया, जिससे इसके बचाव कार्यों को गहरा धक्का लगा है। इस बाढ़ करीब 60 क्रेट अपनी जगह से बह गए है, जबकि एनएचएआई इस बाढ़ से हुए नुकसान की समीक्षा कर रही है। रविवार को एनएचएआई की टीम ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर कर्नल अनिल सेन के नेतृत्व में चक्की पुल का निरीक्षण किया और इसके बचाव बारे आगामी रणनीति बनाई।
एसडीएम नूरपुर अनिल भारद्वाज ने भी चक्की पुल का निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों से बातचीत कर इस पुल से ट्रैफिक बहाल करने बारे भी चर्चा की। शनिवार रात हुई बारिश से पानी डायबर्ट करने के लिए लगाया गया तट का एक हिस्सा टूट गया, जिससे पानी फिर प्रभावित पिल्लर पी वन व पी टू की तरफ हो गया, जिससे क्रेट वर्क व मलबा आदि बह गए और यह पिल्लर एक बार फिर बाहर आए गए। इस क्षति से पुल से यातायात बहाल करने की मुहिम को धक्का लगा। पानी से हो रहा भू कटाव भी चक्की पुल के प्रभावित पिल्लरों से आगे बढ़ चुका था।