आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष एसएस जोगटा ने आम आदमी पार्टी छोड़ कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। वह पहले भी कांग्रेस में थे। लेकिन किन्हीं कारणों से कांग्रेस छोड़कर वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। मंगलवार को उनकी घर वापसी हुई है।
एसएस जोगटा अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। वह शिमला शहरी क्षेत्र से संबंध रखते हैं। कर्मचारियों के बीच उनकी अच्छी पैठ मानी जाती है। उनके कांग्रेस में शामिल होने का पार्टी का फायदा मिल सकता है। वह कर्मचारियों को कांग्रेस के पक्ष में करने का काम कर सकते हैं। इससे कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।
जोगटा ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यालय में हर वर्ग को निराशा हाथ लगी है। उन्होंने जयराम ठाकुर को चुनौती देते हुए कहा कि वह श्वेत पत्र जारी करें कि उन्होंने पांच सालों में लोगों के लिए क्या कार्य किए। पांच कार्य गिनाएं।
उन्होंने कहा प्रदेश में कर्मचारियों के साथ अन्याय हुआ है। संशोधित वेतनमान का लाभ देने में देरी की गई है। कर्मचारियों को टुकड़ों में कर दिया गया है, जबकि पूर्व में ऐसा नहीं होता था। उन्होंने कहा होलीलॉज प्रदेश की राजनीति का मुख्य द्वार है। होलीलाज से उनके पारिवारिक संबंध हैं। वह महासंघ के अध्यक्ष थे, उस दौरान जब भी वीरभद्र सिंह के पास कर्मचारियों की मांगों को लेकर गए हमेशा मांग पूरी हुई है।
आम आदमी पार्टी उपाध्यक्ष यूथ विंग शिमला शहरी अजय कुमार, दीपांशी, मुकेश कुमार व अन्य ने भी कांग्रेस का दामन थामा। इस मौके पर प्रतिभा सिंह ने जोगटा व अन्य का स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी में उनके मान सम्मान का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
कांग्रेस का दामन थामने के बाद जोगटा ने कहा कि उनकी आज घर वापसी हुई है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार अब तक 2016 से देय संशोधित वेतनमान के लाभ कर्मचारियों को नहीं दे पाई है। इससे कर्मचारी व पेंशनर और उनके परिवारों के 30 लाख मतदाता आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार को आइना दिखाने को तैयार बैठे हैं।