किसानों की आय बढ़ाएगी मिलेट की खेती, युनाइटेड नेशन ने 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिल्लेट्स किया घोषित
आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। दुनिया भर में अब हिमाचल के मिल्लेट्स आधारित उत्पाद बिकेंगे। यह उत्पाद ऑनलाइन स्टोर पर उपलब्ध हो गए है, जहाँ से दुनिया भर के लोग इन्हें खरीद सकेंगे। यह उत्पाद स्वास्थ्य के लिए किसी संजीवनी से कम नही है। अगर वैज्ञानिकों के दावे की बात की जाए तो इन उत्पादों के इस्तेमाल करने से मधुमेह, रक्तचाप, थायराइड, मोटापा, गठिया, एनीमिया और कैंसर जैसे जानलेवा रोगों से बचा जा सकता है।
बिलासपुर के मशहूर रिसर्च सेंटर केहलूर बायो साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर, बाबा नहर बायोटेक एंड रिसर्च और हिमाचल बाजार ने मिलकर इन मिल्लेट्स आधारित उत्पादो को मार्किट में उतारा है, जोकि अब ऑनलाइन स्टोर्स पर भी उपलब्ध है। यह उत्पाद मीठे और नमकीन के रूप में उपलब्ध हैं, जिनमें सभी ज़रूरी पोषक तत्व मौजूद है तथा फाइबर और कैल्शियम से भरपूर यह उत्पाद फाइबर, आयरन और मिनरल्स से भरपूर है तथा समृद्ध कैल्शियम का सर्वश्रेष्ठ गैर-डेयरी स्रोत, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा है। इसमें महत्वपूर्ण अमीनो एसिड होते हैं जो त्वचा को फिर से जीवंत करते हैं एंटीऑक्सिडेंट में उच्च जो चिंता, अवसाद और अनिद्रा की स्थितियों से निपटने में मदद करता है।
डॉक्टर अमित ठाकुर ने बताया कि दुनिया ने सेहत के लिहाज से मोटे अनाजों के महत्व को समझा है, इसलिए किसानों के लिए इसे उगाना ज्यादा फायदेमंद हो गया है। ये अनाज कम पानी और कम उपजाऊ भूमि में भी उग जाते हैं और दाम भी गेहूं से अधिक मिलता है, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ाने में यह बहुत मदद कर रहा है। यह शरीर को स्वस्थ रखता है तथा यह अनाज ग्लूटेन मुक्त होते हैं। मिल्लेट्स में उच्च मात्रा में फाइबर होता है। यह मेटाबॉलिज्म को सुचारु रूप से काम करने में मदद करता है। उन्होंने बताया कि युनाइटेड नेशन के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष (International year of millets) घोषित करने के भारत के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, ताकि दुनिया भर में इन पोषक अनाजों की थाली में वापसी के लिए जागरूकता बढ़ाई जा सके।
डॉक्टर अमित ने कहा कि सेहत एक तरह का इनवेस्टमेंट (निवेश) है। जैसा निवेश करेंगे, रिटर्न भी वैसा ही मिलेगा। यानी जितना अच्छा खाना खाएंगे, सेहत उतनी ही अच्छी रहेगी। अच्छे खाने से मतलब संतुलित आहार से है। यानी आपके खाने में वो तमाम ज़रूरी पोषक तत्व होना लाज़मी हैं, जिसकी आपके शरीर को ज़रूरत है। “मिलेट स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए वरदान हैं, जिनके माध्यम से आधुनिक जीवन शैली की बीमारियों (मधुमेह, रक्तचाप, थायराइड, मोटापा, गठिया, एनीमिया और कैंसर) बचा जा सकता है।
फ़ायदे : –डॉक्टरअमित ने इसके फायदे बताते हुए कहा कि यह फाइबर, आयरन और मिनरल्स से भरपूर होते है तथा समृद्ध कैल्शियम का सर्वश्रेष्ठ गैर-डेयरी स्रोत , कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा है। इसमें महत्वपूर्ण अमीनो एसिड होते हैं जो त्वचा को फिर से जीवंत करते हैं एंटीऑक्सिडेंट में उच्च जो चिंता, अवसाद और अनिद्रा की स्थितियों से निपटने में मदद करता है।