आवाज़ ए हिमाचल
सुमित शर्मा, परवाणू। प्रदेश का प्रवेश द्वार व पहला औद्योगिक कस्बा पिछले कई वर्षों से दुरुस्त सड़कों और उचित आधारभूत सुविधाओं के कारण गर्क में चला गया है और जो रही सही कसर थी वो इस बरसात ने पूरी कर दी है। सेक्टर-03 स्थित आतम लेबल, केप्को इंटरनेशनल, ऐबी टूल, कमला डायल व शिवालिक इन बड़ी कंपनियों के सामने की रोड इन दिनों रोड कम नदी या नाला ज़्यादा लगती हैं। सेक्टर-03 से आतम लेबल और केप्को की और जाती सड़क लम्बे समय से प्रशाशन की अनदेखी का शिकार बनी हुई है।
प्रशाशन की नाकामी और अनदेखी के चलते आतम लेबल कंपनी ने खुद कई बार इस रोड में पैच लगवाए थे। कुछ माह पहले इस रोड पर जल शक्ति विभाग द्वारा सीवरेज की लाइन डाली गई थी और चेंबर बनाने के लिए गड्ढे खोदे हुए थे परन्तु विभाग ने इस रोड को उसके बाद दुरुस्त नहीं किया, जिस कारण आज सड़क खस्ता हाल में पड़ी है और जो रही सही कसर थी वो इस बार की बरसात ने पूरी कर दी।
आलम यह है कि परवाणू में विभाग गुणवक्ता से काम करना ही भूल गए है। कुछ दिनों पहले परवाणू की लाखों करोड़ की लागत से नई सड़क बनती है, जिसकी गुणवत्ता की पोल पहली बारिश में ही खुल कर सामने आ गई है, परन्तु ठेकेदार व रोड की गुणवक्ता जांचने वाले अधिकारी पर कोई जांच या कार्यवाही नहीं होती ऐसे हालात में विभागों पर प्रश्न उठना लाज़मी है।
युवा समाजसेवी राम विजय ने कहा कि परवाणू शहर एक है, लेकिन इसके माई बाप अनेक जैसे नगर परिषद्, हिमुडा, जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग इत्यादि जिस कारण यह स्थिति बनना लाज़मी है, क्योंकि एक विभाग के पास जाओ तो वो दूसरे विभाग पर बात डाल देता है, यही वजह है की लोगों ने भी शिकायत करना छोड़ दिया है और यदि कोई सामने निकल कर आता है तो उसे कई प्रताड़ना झेलनी पड़ती है।
राम विजय ने कहा की परवाणू में मूलभूत सुविधाओं का न होने के कारण कई उद्योग परवाणू से पलायन कर चुके हैं और कई अब कर रहे हैं, जिससे आने वाले समय में परवाणू में बेरोज़गारी दर बहुत बढ़ जायेगी, जिस पर सरकार को गंभीरता से सोचने की ज़रुरत है।
अगली हाउस की बैठक में खराब रोड़ों की स्थित को ठीक करने पर की जाएगीचर्चा: अनुभव शर्मा
नप कार्यकारी अधिकारी अनुभव शर्मा ने कहा कि जिस रोड की हालत खराब होगी उसे तुरंत ठीक करवा दिया जाएगा। अनुभव शर्मा ने कहा की जल शक्ति विभाग द्वारा सड़कों पर सीवरेज की लाइन डालते हुए कई सड़कें खराब हुई हैं। इस विषय पर आईपीएच विभाग से भी बात की जाएगी और हाउस की अगली बैठक में शहर व औद्योगिक एरिया की खराब सड़कों पर चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे, ताकि नप के अधीन आने वाली रोड़ ठीक हो सके।
क्या कहती हैं परवाणू नप अध्यक्षा?
औद्योगिक सड़कों की खस्ता हाल स्थिति के बारे नप अध्यक्ष निशा शर्मा ने कहा कि पर्याप्त फंड न होने से कई विकास के कार्य रुके पड़े थे परन्तु हाल ही में नप के पास कुछ ग्रांट आई हैं, उसमें से जिन रोड़ों को दुरुस्त करने की ज़रुरत होगी उन्हें प्राथमिकता के आधार पर ठीक करवाया जाएगा। निशा शर्मा ने कहा की सरकार से और फंड की अपील की गई है।