आवाज ए हिमाचल
17दिसम्बर।राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत केंद्र से मिली ग्रांट से जारी विकास कार्यों में देरी पर हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने नाराजगी जताई है। बुधवार को मंत्री ने लोकनिर्माण और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाकर देरी के कारण जांचने को कहा।15 दिन में सभी अधिकारियों से रिपोर्ट देने को भी कहा है। जनवरी 2021 में इन मामलों की वीडियो कॉन्फ्रेंस से दोबारा समीक्षा की जाएगी। बुधवार को सचिवालय में समीक्षा बैठक हुई। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने बताया कि प्रदेश विश्वविद्यालय, क्लस्टर विवि मंडी और कॉलेजों को विभिन्न विकास कार्यों के लिए केंद्र से रूसा ग्रांट मिलती है।
इसे लोकनिर्माण विभाग के माध्यम से विकास कार्यों पर खर्च किया जाता है। करीब 54 करोड़ रुपये कॉलेजों व विवि को मिले हैं। प्रदेश में 80 विकास कार्य चल रहे हैं। 24 पूरे हो गए हैं। 35 पर काम जारी है। कुछ काम अभी शुरू नहीं हुए हैं। बुधवार को हुई बैठक में लोकनिर्माण और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की गई।फैसला लिया कि लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी कॉलेजों में जाएंगे। प्रिंसिपलों से बैठक कर कार्यों की जानकारी जुटाएंगे। उन्होंने अधिकारियों से कार्यों में तेजी लाने को कहा। मंत्री ने बताया कि रूसा की ग्रांट अभी आनी भी है। सरकार भी केंद्र सरकार को पत्र लिखेगी कि जिन कॉलेजों से यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट चला गया है, वहां के लिए अगली ग्रांट जल्द जारी की जाए।