आवाज़ ए हिमाचल
सोलन। देश में कोरोना का इलाज अब टैबलेट से भी होगा। केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने आपातकाल में इस्तेमाल करने के लिए कोविड टैबलेट को मंजूरी प्रदान की है। हैदराबाद की जेनारा फार्मा को इस दवा उत्पादन की मंजूरी मिली है। यह निर्मात्रेलवीर और रितोनवीर टैबलेट के निर्माण और विपणन के लिए एक कॉम्बी पैक में है।
यह दवा कोरोना के हल्के से मध्यम लक्षणों वाले रोगियों के उपचार के विकल्प के रूप में है। बाजार में इसे पैक्सजन ब्रांड के तहत बेचा जाएगा। इस दवा का उत्पादन यूएसएफडीए द्वारा अनुमोदित संयंत्र में किया जाएगा। इससे पूर्व सीडीएससीओ ने दिसम्बर 2021 में एंटी वायरल कोविड-19 गोली मोलनुपिरवीर को मंजूरी दी थी। यह दवा भी कोविड के हल्के लक्षणों में इस्तेमाल की जा सकती है।
फार्मा के सह संस्थापक और प्रबंध निदेशक डाॅ. जगदीश बाबू रंगीसेट्टी का कहना है कि पैक्सजन कोविड-19 के खिलाफ एक अत्यंत प्रभावी उपचार विकल्प है। इस उत्पाद को रिकॉर्ड समय में बाजार में लाए हैं। भारत में इस उत्पाद की पहली मंजूरी में से एक है।
उनका कहना है कि कंपनी अपना इन-हाऊस एपीआई है और हम उत्पादन के लिए किसी आयात पर निर्भर नहीं हैं। इसका उत्पादन बड़ी मात्रा में किया जाएगा। यूएस में इस उत्पाद की सफलता की मंजूरी यूएस एफडीए द्वारा दिसम्बर 2021 में दी गई थी और वयस्कों में हल्के से मध्यम कोविड-19 के उपचार के लिए संकेत दिया गया है। जेनारा फार्मा के सीईओ डाॅ. श्रीनिवास अरुतला ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में इसे लॉन्च करने की उम्मीद है और यह सुनिश्चित करने के लिए भारत में कई संस्थानों और कई अस्पतालों के साथ बातचीत कर रहे हैं कि यह उत्पाद जरूरतमंद मरीजों के लिए आसानी से उपलब्ध हो।