आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। चुनावी वर्ष में हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने नाराज नेताओं को मनाने का क्रम आरंभ कर दिया है। पूर्व मुख्य संसदीय सचिव व हमीरपुर से विधायक उर्मिल ठाकुर, बीते उपचुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़कर जुब्बल नावर कोटखाई में भाजपा की जमानत जब्त होने का कारण बनने वाले चेतन ब्रागटा भाजपा में शामिल हो गए हैं। इनके साथ ही आम आदमी पार्टी में गए निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ने वाले धर्मशाला के राकेश चौधरी भी भाजपा में लौटे हैं। जिला पार्षद शाहपुर जोगिंदर पंकू (पंकू कांगड़िया) भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। ये वे नेता हैं जो किसी न किसी नाराजगी से पार्टी छोड़ गए थे। पार्टी में सभी नेताओं ने उनका स्वागत किया।
इन सभी नेताओं ने भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, राकेश जम्वाल और त्रिलोक कपूर की उपस्तिथि में भाजपा की सदस्यता ली। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए इन लोगों ने जिंदगी भर काम किया है, लेकिन कुछ समय से नाराजगी थी, जिसे अब दूर कर दिया है। इसलिए इन सभी का पार्टी में जोरदार स्वागत किया है।
प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि इनके शामिल होने से भाजपा को मजबूती मिलेगी और हम आक्रामक तरीके से चुनाव की ओर बढ़ेंगे। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने यू टर्न लिया है। चेतन बरागटा को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया था। चेतन बरागटा पूर्व बागवानी मंत्री एवं ऊपरी शिमला में भाजपा को आधार देने वाले दिवंगत नेता नरेंद्र बरागटा के पुत्र हैं। उनकी मृत्यु के कारण हुए उपचुनाव में भाजपा ने चेतन बरागटा को टिकट नहीं दिया था। इससे वह आजाद प्रत्याशी के तौर पर खड़े हो गए थे और भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई थी।
वहीं, जिला पार्षद पंकू का कहना है कि वह मंत्री और शाहपुर से विधायक सरवीन चौधरी या सरकार से नाराज थे, पार्टी से नहीं। अब शिकायतें दूर हो गई हैं तो उन्होंने घरवापसी की है।