आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने एम्स बिलासपुर में की जा रही भर्तियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि एम्स बिलासपुर में 133 पदों की भर्तियों के साक्षात्कार नोएडा की “ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट इंडिया” नामक कम्पनी के माध्यम से क्यों की जा रही हैं। एम्स में 133 पदों को भरने के लिए अभ्यर्थियों से पहले 900 से 1000 रुपये प्रति पोस्ट/ प्रति फॉर्म लिए गए। अब जब साक्षात्कार का समय आया तो 133 पदों को अप्लाई करने वाले बेरोजगार युवाओं को एक कंसल्टेंट के माध्यम से साक्षात्कार हेतु नोएडा बुलाया जा रहा है।
संदीप ने कहा कि मज़े की बात तो यह है कि यह जॉब कंसल्टेंसी सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीन आती है और सूचना और प्रसारण मंत्रालय किसके पास है ये सब जानते हैं। मंहगाई के इस समय में पहले युवा नौकरी को एप्लाई करने के लिए पैसे दें फिर इंटरव्यू के लिए नोएडा से आने-जाने का खर्चा करीब 5000 रुपये प्रति युवा बैठेगा, ऊपर से नौकरी भाजपा के बड़े नेता के इशारों पर दी जाएगी। बहुत से युवा जिनसे हमने बात की वह निराश हैं और नोएडा की इस कम्पनी में इंटरव्यू/टेस्ट देने जा ही नहीं रहे।
सांख्यान ने कहा कि यह बिलासपुर और हिमाचल प्रदेश के युवाओं के साथ भद्दा मजाक है। ठीक इसी तरह से एम्स की सिक्युरिटी के लिए जिस कम्पनी की अधिकृत किया उसका मुख्य अधिकारी भी दिल्ली में ही बैठते है। हिमाचल के बद्दी में भी बड़ा कार्यलय है, जिला बिलासपुर के दसलेहड़ा में इस निजी कंपनी “एस आई एस” का प्रशिक्षण केंद्र है, यहां पर भी उन्हीं युवाओं को नौकरी के लिए एन्ट्री मिल रही है जो भाजपा के नेताओं से फोन करवाते हैं या उनके कार्यालय से सिफारिश भिजवाते हैं। एम्स बिलासपुर में खुला हुआ है,। तो स्वाभिक तौर से इसमें विशेष तौर रोजगार पाने के लिए बिलासपुर के बेरोजगार युवाओं का पहला हक बनता है, लेकिन यहां तो भर्तियां भी बाहरी जॉब कंसल्टेंटस से करवाई जा रही हैं।
संदीप सांख्यान ने कहा कि क्या यही भर्ती प्रक्रिया हिमाचल प्रदेश के रोजगार कार्यलय के माध्यम से नहीं हो सकती थी जो बाहरी कंसल्टेंटस के माध्यम से करवाकर सीधे तौर पर कमीशन खोरी को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह एक बड़ा सवाल और गम्भीर जांच का विषय है, जिसकी जांच होनी चाहिए।