आवाज़ ए हिमाचल
जम्मू। पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के पुंछ में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सुरक्षा बलों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इससे काफी तादाद में लोग घायल हुए। स्थानीय प्रशासन ने मृतकों की संख्या के बारे में अब तक जानकारी नहीं दी है। पुलिस ने अब तक 65 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 30 पर आतंकवाद फैलाने की धाराएं लगाई गई हैं।
बेकाबू महंगाई और मूलभूत सुविधाएं तक मयस्सर नहीं होने के कारण पिछले कुछ दिन से स्थानीय लोग पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पुंछ के पा गली इलाके में स्थानीय लोगों ने मुख्य हाईवे पर जाम लगा दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पाकिस्तान की पुलिस और सुरक्षा बलों ने बिना किसी चेतावनी के अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इससे लोग गंभीर रूप से घायल हुए। एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, हम पर आतंकवाद का आरोप मढ़ने वाली पुलिस ने खुद आतंकी कार्रवाई की है। क्या मूलभूत सुविधाएं मांगना अपराध है।
पीओके में भीषण महंगाई के कारणा लोगों को भोजन तक नहीं मिलता। जब वे विरोध करते हैं तो सुरक्षा बल उनके मानवाधिकार की परवाह किए बिना नृशंसतापूर्ण कार्रवाई करते हैं। सरकार की नीतियों के कारण पीओके के 40 लाख लोग हालत बेहद खराब हो गई है।
पीओके में बेरोजगारी, मूलभूत सुविधाओं और संसाधनों के अभाव के कारण लोगों को अपना घर छोड़कर बड़े शहरों में पलायन पर मजबूर होना पड़ रहा है। एशियन लाइफ इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान लोगों को न्यूनतम जरूरत की वस्तुएं मुहैया कराने में भी नाकाम है।