आवाज ए हिमाचल
शाहपुर, 16 जून। आज जिस तरह अपने दिल की बात सुनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास धर्मशाला जा रहे युवाओं के साथ पुलिस प्रशासन ने व्यवहार किया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।
यह शब्द कांग्रेस नेता व ब्लाक समिति रैत के पूर्व चेयरमैन कर्ण परमार ने कहे।
उन्होंने कहा कि आज वेरोजगार युवाओं को अपने हक की आवाज उठाने की सजा दी जा रही है तथा सरकार युवाओं को रोजगार देने के वजाय पुलिस थानों में बंद कर रही है। परमार ने कहा कि युवाओं का गुस्सा अग्निपथ योजना को लेकर भी है, क्योंकि इससे इनका भविष्य खतरे में पड़ जायेगा।
उन्होंने कहा कि सेना भर्ती की लिखित परीक्षा रद्द करने से युवाओं में व्याप्त रोष जायज है । पुरानी भर्तियों को रद्द कर अग्निपथ योजना के तहत भर्ती करने का निर्णय युवाओं के साथ अन्याय है।
परमार ने कहा कि यदि भाजपा मन की बात सुनाने में विश्चास रखती है तो युवाओं के दिल की बात सुनने का दम भी रखे। परमार पुलिस स्टेशन शाहपुर में अरेस्ट किये गए युवाओं से मिलने भी पहुंचे।